उत्तरप्रदेश में शराब के शौकीनों को मिलेगी सहूलियत... दुकानदारों की बढ़ेगी परेशानी
Liquor lovers will get convenience in Uttar Pradesh... the trouble of shopkeepers will increase
उत्तरप्रदेश में शराब के शौकीनों को बड़ी सहूलियत मिलने जा रही है। हालांकि इसमें शराब विक्रेताओं की परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल ग्राहकों को सही गुणवत्ता, सही मात्रा और सही दाम पर शराब तथा बीयर उपलब्ध करवाने के आबकारी महकमे के मंसूबों पर पानी फिर रहा है।
उत्तरप्रदेश : उत्तरप्रदेश में शराब के शौकीनों को बड़ी सहूलियत मिलने जा रही है। हालांकि इसमें शराब विक्रेताओं की परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल ग्राहकों को सही गुणवत्ता, सही मात्रा और सही दाम पर शराब तथा बीयर उपलब्ध करवाने के आबकारी महकमे के मंसूबों पर पानी फिर रहा है।
तमिलनाडु की एक फर्म से हुए करार के बाद शराब व बीयर की फुटकर दुकानों पर लगी प्वांइट आफ सेल यानि पीओएस मशीनें सही ढंग से काम ही नहीं कर रहीं। फुटकर विक्रेताओं की शिकायत है कि यह मशीनें हैंग हो जाती हैं, जिसकी वजह से शाम को और रात में जब बिक्री बढ़ी हुई होती है, काउंटर पर ग्राहकों की भारी भीड़ होती है उस वक्त इन मशीनों से शराब की बोतल या बीयर के केन स्कैन कर ग्राहकों को उपलब्ध करवाना सम्भव नहीं हो पाता।
अक्सर इस मुद्दे को लेकर विवाद की नौबत बनती है। शराब व बीयर के फुटकर विक्रेताओं के प्रतिनिधि देवेश जायसवाल का कहना है कि दुकानों पर ग्राहकों की सुविधा के नाम पर यह पीओएस मशीनें लगा तो दी गईं, मगर इनसे न विभाग का भला हो पा रहा और न ग्राहक का, विक्रेताओं और उनके स्टाफ की दिक्कत बढ़ गई सो अलग।
ग्राहकों को सही गुणवत्ता, सही मात्रा और सही दाम पर शराब तथा बीयर उपलब्ध करवाने के आबकारी महकमे के मंसूबों पर पानी फिर रहा है। तमिलनाडु की एक फर्म से हुए करार के बाद शराब व बीयर की फुटकर दुकानों पर लगी प्वांइट आफ सेल यानि पीओएस मशीनें सही ढंग से काम ही नहीं कर रहीं।
फुटकर विक्रेताओं की शिकायत है कि यह मशीनें हैंग हो जाती हैं, जिसकी वजह से शाम को और रात में जब बिक्री बढ़ी हुई होती है, काउंटर पर ग्राहकों की भारी भीड़ होती है उस वक्त इन मशीनों से शराब की बोतल या बीयर के केन स्कैन कर ग्राहकों को उपलब्ध करवाना सम्भव नहीं हो पाता।
अक्सर इस मुद्दे को लेकर विवाद की नौबत बनती है। शराब व बीयर के फुटकर विक्रेताओं के प्रतिनिधि देवेश जायसवाल का कहना है कि दुकानों पर ग्राहकों की सुविधा के नाम पर यह पीओएस मशीनें लगा तो दी गईं, मगर इनसे न विभाग का भला हो पा रहा और न ग्राहक का, विक्रेताओं और उनके स्टाफ की दिक्कत बढ़ गई सो अलग।

