पवार के NCP प्रमुख पद से इस्तीफा देने पर बोली भाजपा...

BJP said on Pawar's resignation from the post of NCP chief

पवार के NCP प्रमुख पद से इस्तीफा देने पर बोली भाजपा...

पवार ने कार्यक्रम में मौजूद 600 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि इतने लंबे करियर के बाद व्यक्ति को रुकने के बारे में भी सोचना चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह सक्रिय राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे। इस घोषणा से राकांपा कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया और आत्महत्या की धमकी दी। वहीं पवार के भतीजे अजीत ने कहा था कि राकांपा प्रमुख को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने में दो से तीन दिन लगेंगे।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार दोपहर एलान किया था कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने पद से इस्तीफा देने की बात कही, जिसके बाद भाजपा ने राजनीति में बड़े बदलाव की संभावना जताई है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। काफी दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल चल रही है। कुछ बातचीत चल रही है। यह उसी का नतीजा है। घोष ने कहा कि एनसीपी का अस्तित्व संकट में है, शरद पवार अपनी सत्ता खो रहे हैं।

जिस तरह से पवार पावर लेकर चल रहे थे, वो पावर अब खतरे में है। महाराष्ट्र की राजनीति में बहुत बड़ा बदलाव होने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि वहां जिस आधार पर लोगों ने वोट दिया था, उसी को देखते हुए राजनीति हो रही है।  गौरतलब है, मंगलवार दोपहर को शरद पवार ने एलान किया था कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने पद से इस्तीफा देने की बात भी कही। पवार ने कहा था कि अब मैं चाहता हूं कि एनसीपी की जिम्मेदारी कोई और संभाले। मैंने कई साल तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है और अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष पद से रिटायर होना चाहते हैं। 

Read More पेन ड्राइव बम से फडणवीस और शिंदे को खत्म करने की उद्धव सरकार ने रची थी साजिश... HC पहुंचा केस

पवार ने कार्यक्रम में मौजूद 600 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि इतने लंबे करियर के बाद व्यक्ति को रुकने के बारे में भी सोचना चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह सक्रिय राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे। इस घोषणा से राकांपा कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया और आत्महत्या की धमकी दी। वहीं पवार के भतीजे अजीत ने कहा था कि राकांपा प्रमुख को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने में दो से तीन दिन लगेंगे।

Read More मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग पर आदित्य ठाकरे ने कांग्रेस के विधायक लक्ष्मण सावदी की आलोचना की