लोकसभा चुनाव से पहले महायुति में दरार! मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज बच्चू कडू ने शरद पवार को चाय पर बुलाया
Crack in Grand Alliance before Lok Sabha elections! Angered by not being made a minister, Bachchu Kadu called Sharad Pawar for tea.

मुंबई: शिंदे-फडणवीस-अजित पवार की सरकार से नाराज प्रहार जन शक्ति पार्टी के प्रमुख व विधायक बच्चू कडू अलग राह की तलाश में हैं। उनके शिंदे की महायुति सरकार का साथ छोड़ने की चर्चा सियासत की गलियारे में होने लगी है। गुरुवार को बच्चू कडू ने अमरावती स्थित अपने निवास स्थान पर शरद पवार को चाय पीने के लिए बुलाया है।
मुंबई: शिंदे-फडणवीस-अजित पवार की सरकार से नाराज प्रहार जन शक्ति पार्टी के प्रमुख व विधायक बच्चू कडू अलग राह की तलाश में हैं। उनके शिंदे की महायुति सरकार का साथ छोड़ने की चर्चा सियासत की गलियारे में होने लगी है। गुरुवार को बच्चू कडू ने अमरावती स्थित अपने निवास स्थान पर शरद पवार को चाय पीने के लिए बुलाया है। दूसरी ओर, अमरावती से ही कांग्रेस की नेता यशोमति ठाकुर ने कहा कि उन्हें बच्चू कडू के महाविकास आघाडी में शामिल होने की कोई जानकारी नहीं है, फिर भी अगर वे एमवीए में आते हैं, तो उनका स्वागत है।
तर्क दिया जा रहा है कि इससे पहले भी शरद पवार कई बार अमरावती आए, लेकिन तब तो बच्चू कडू ने उन्हें कभी चाय के लिए आमंत्रित नहीं किया। पिछली उद्धव ठाकरे सरकार में बच्चू कडू राज्य मंत्री थे, लेकिन शिंदे सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जब शिवसेना से बगावत की थी, उस वक्त बच्चू कडू ने शिंदे का साथ दिया था। सूरत और गुवाहाटी में भी वह शिंदे के साथ थे। उन्हें आस थी कि सरकार बनने के बाद उन्हें शिंदे उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाएंगे। शिंदे ने अपने साथ गए शिवसेना विधायकों को तो मंत्री बना दिया और निर्दलियों को ठेंगा दिखा दिया।
इसी बीच सरकार में अजित पवार की एंट्री हो गई। उनके 9 लोगों को कैबिनेट मंत्री बना दिया गया। उस वक्त भी निर्दलियों को शामिल नहीं किया गया। बच्चू कडू ने हो हल्ला मचाया, तो शिंदे सरकार ने उन्हें दिव्यांग कल्याण मंडल बनाकर मंत्री पद का दर्जा दे दिया। लेकिन बाद में उन्हें समझ में आया कि यह तो महज एक झुनझुना भर है। अब वे आए दिन शिंदे सरकार की आलोचना कर रहे हैं। मराठा आरक्षण पर सरकार की भूमिका के खिलाफ हैं। दूसरी ओर, बीजेपी के एक नेता ने बताया कि बच्चू कडू कहीं नहीं जाएंगे। उनके नाम पर पुलिस में कई मामले दर्ज हैं। ऐसा कुछ भी किए, तो स्थितियां उनके खिलाफ जाएंगी।
अमरावती में बच्चू कडू से मिलने के बारे जब शरद पवार से पत्रकारों से पूछा, तो उन्होंने कहा कि हां! उन्होंने मुझे चाय पर बुलाया है। मैं उनके घर चाय पीने जाऊंगा। हालांकि, पवार ने कहा कि बच्चू कडू के घर पर चाय पीने के पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है। इसका कोई राजनीति अर्थ नहीं निकालना चाहिए।