महाराष्ट्र के डिप्टी CM फडणवीस का ठाकरे पर तीखा तंज, फडतूस नहीं कारतूस हूं मैं… गृह विभाग चलाना न सिखाएं....
Maharashtra Deputy CM Fadnavis's sharp taunt on Thackeray, I am not Fadtus, I am a cartridge… Don't teach me how to run the Home Department….
मैं भी नागपुरिया हूं। मुझे भी इससे नीचे जाकर बात करनी आती है। ढाई साल तक घर से बाहर नहीं निकलने वाले अब हमें गृह विभाग चलाना नहीं सिखाएं। दो मंत्रियों के जेल में जाने पर भी उसका इस्तीफा लेने की हिम्मत नहीं दिखाने वाले मुख्यमंत्री हमें तो बिल्कुल लाचार न बताएं, जिसके राज में पुलिस एक्सटॉर्शन करती रही, वो हमें गृह विभाग कैसे चलाना, यह भी न सिखाएं। मैं इस्तीफा तो नहीं दूंगा, लेकिन जो कायदे में नहीं रहेंगे, उनको जेल भेजने के लिए गृहमंत्री बना रहूंगा।
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र से मिली बड़ी खबर के अनुसार, बीते मंगलवार को नागपुर में महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने सावरकर पर दिए गए बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर में मंगलवार को ‘वीर सावरकर गौरव यात्रा’ निकली गई। इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर जोरदार तंज किए। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस फालतू और लाचार गृहमंत्री बताया था।
जिसका जवाब डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस मंगलवार (4 अप्रैल) को ‘सावरकर गौरव यात्रा’ के समापन दिवस के अपने भाषण के दौरान दिया। दरअसल CM एकनाथ शिंदे के खिलाफ ठाकरे गुट की एक महिला कार्यकर्ता (रोशनी शिंदे) ने सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट लिखा था। इसके बाद शिंदे की शिवसेना की महिला कार्यकर्ताओं ने बीते सोमवार को रोशनी शिंदे की पिटाई कर दी थी । वहीं मंगलवार को उद्धव ठाकरे उन्हें अस्पताल में देखने गए और फिर मीडिया से बात करते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस से गृह विभाग नहीं संभल रहा है। उन्होंने फडणवीस से इस्तीफा देने को कहा था।
वहीं देवेंद्र फडणवीस को फडतूस कहने के साथ-साथ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए एकनाथ शिंदे की सरकार को नपुंसक बताया था। बस इसी के जवाब में बीते मंगाल्वार को देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, मैं भी नागपुरिया हूं। मुझे भी इससे नीचे जाकर बात करनी आती है। ढाई साल तक घर से बाहर नहीं निकलने वाले अब हमें गृह विभाग चलाना नहीं सिखाएं। दो मंत्रियों के जेल में जाने पर भी उसका इस्तीफा लेने की हिम्मत नहीं दिखाने वाले मुख्यमंत्री हमें तो बिल्कुल लाचार न बताएं, जिसके राज में पुलिस एक्सटॉर्शन करती रही, वो हमें गृह विभाग कैसे चलाना, यह भी न सिखाएं।
मैं इस्तीफा तो नहीं दूंगा, लेकिन जो कायदे में नहीं रहेंगे, उनको जेल भेजने के लिए गृहमंत्री बना रहूंगा। आपकी मेहरबानी से मैं गृहमंत्री नहीं हूं। वहीं उन्होंने ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा था कि, उद्धव ठाकरे, फडतूस नहीं, कारतूस हूं मैं… याद रखना, झुकेगा नहीं, मैं तो सीधा घुसेगा…”

