home
Mumbai 

विरार अर्नाला पुलिस थाने में कार्यरत पुलिस उपनिरीक्षक ने घर में फांसी लगाकर की आत्महत्या !

विरार अर्नाला पुलिस थाने में कार्यरत पुलिस उपनिरीक्षक ने घर में फांसी लगाकर की आत्महत्या ! मृतक पुलिस उपनिरीक्षक की पहचान रतीकांत भद्रेशेट्टे (35) के रूप में हुई है, जो विरार के बोलींज इलाके में स्थित साई ब्रह्मा अपार्टमेंट में रहते थे। उन्होंने घर के छत पर लगे हुक से बेडशीट के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या की। इस दुखद घटना के समय उनकी पत्नी और डेढ़ साल की बेटी घर पर नहीं थीं, क्योंकि वे एक कार्यक्रम में गई हुई थीं। जब वे घर लौटीं, तब यह घटना सामने आई।
Read More...
Mumbai 

ठाणे में पढ़ाई के लिए डांटने पर छात्र घर छोड़कर फरार

ठाणे में पढ़ाई के लिए डांटने पर छात्र घर छोड़कर फरार ठाणे जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। शहाड में एक 16 साल के किशोर ने अपना घर छोड़ दिया, क्योंकि उसके पिता ने उसे पढ़ने के लिए कहा, जिस पर वह इसे अनसुना कर दिया, तो पिता ने उसे डांट लगाई। इसके बाद किशोर घर छोड़कर भाग गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई है, जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। इस घटना के संबंध में पुलिस ने शनिवार को बताया कि शहाड में पढ़ाई न करने पर माता-पिता द्वारा डांट लगाए जाने के बाद 16 वर्षीय लड़का घर से भाग गया है। उन्होंने कहा कि यह घटना 25 सितंबर की है।
Read More...
Maharashtra 

पुणे में घर पर गुप्त गर्भपात के बाद 24 वर्षीय महिला की मौत... पति और ससुर गिरफ्तार 

पुणे में घर पर गुप्त गर्भपात के बाद 24 वर्षीय महिला की मौत... पति और ससुर गिरफ्तार  मृतक महिला ने 2017 में आरोपी से शादी की थी और तीसरी बार गर्भवती होने से पहले उसके दो बच्चे, एक लड़की और एक लड़का था। पुलिस को संदेह है कि जब परिवार को पता चला कि भ्रूण लड़की का है, तो उन्होंने घर पर ही गर्भपात की व्यवस्था कर ली। इंदापुर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया, "रविवार को महिला की हालत बहुत ज़्यादा रक्तस्राव के कारण खराब हो गई।
Read More...
Maharashtra 

मुख्यमंत्री शिंदे के गृह जिले ठाणे वाले 6 प्रॉजेक्ट्स के टेंडर रद्द... खामियों को दूर करने के लिए टेंडर प्रक्रिया रद्द

मुख्यमंत्री शिंदे के गृह जिले ठाणे वाले 6 प्रॉजेक्ट्स के टेंडर रद्द...  खामियों को दूर करने के लिए टेंडर प्रक्रिया रद्द एमएमआरडीए द्वारा आमंत्रित किए गए टेंडर में प्रॉजेक्ट तैयार करने वाली कंपनियों की डिफेक्ट लायबिलिटी को 60 महीने से घटाकर 24 महीना कर दिया गया है। डिफेक्ट लायबिलिटी यानी प्रॉजेक्ट के पूरा होने के बाद तय अवधि तक निर्माण करने वाली कंपनी को सड़क, ब्रिज की देखरेख करनी होती है।
Read More...

Advertisement