ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक पहले ही चुनाव में फेल...
After becoming the Prime Minister of British, Rishi Sunak failed in the first election.
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ऋषि सुनक की कंज़र्वेटिव पार्टी के लिए शुक्रवार को आए स्थानीय चुनाव परिणाम निराशाजनक रहे. पिछले साल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद सुनक के लिए काउन्सलर और मेयर का चुनाव बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा था, इसे पीएम सुनक के लिए पहले बड़े चुनावी परीक्षण के रूप में देखा जा रहा था. लेकिन आम चुनाव से पहले आए चुनावी नतीजों को देख साफ़ तौर पर कहा जा सकता है कि सुनक की पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है.
ब्रिटिश : ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की कंज़र्वेटिव पार्टी के लिए शुक्रवार को आए स्थानीय चुनाव परिणाम निराशाजनक रहे. पिछले साल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद सुनक के लिए काउन्सलर और मेयर का चुनाव बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा था, इसे पीएम सुनक के लिए पहले बड़े चुनावी परीक्षण के रूप में देखा जा रहा था. लेकिन आम चुनाव से पहले आए चुनावी नतीजों को देख साफ़ तौर पर कहा जा सकता है कि सुनक की पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है.
गुरुवार को हुए स्थानीय परिषद के चुनाव में सत्तारूढ़ रूढ़िवादियों के पक्ष में नतीजे नहीं आए. इस बात को खुद पीएम सुनक ने स्वीकार किया. प्रधानमंत्री ने स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा कि मेहनती रूढ़िवादी पार्षदों की हार निराशाजनक है. चुनाव में हुए पार्टी को नुकसान के बाद भी उन्होंने लोगों की प्राथमिकताओं और समस्याओं पर बात की. उन्हें वादा करते हुए कहा कि आर्थिक विकास को बहाल करना और चैनल पार करने वाले प्रवासियों के नावों को रोकना हमारी प्राथमिकता में शामिल है.
गौरतलब है कि इंग्लैंड के बड़े हिस्से में सैकड़ों काउंसलर और कुछ स्थानीय मेयर का चुनाव करने के लिए मतदाताओं ने गुरुवार को मतदान किया. इंग्लैंड की 317 परिषदों में से 230 में यह चुनाव हुआ. अक्टूबर 2022 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद ऋषि सुनक के लिए यह चुनाव बेहद अहम माना जा रहा था. बता दें कि ब्रिटेन में स्थानीय चुनावों को अक्सर आम चुनाव के प्रतिबिंब के रूप में देखा जाता है. मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी ने कहा कि हमने 230 जिलों से 8,000 से अधिक परिषद सीटों पर बढ़त बनाई है.
यह हार सुनक के लिए एक आपदा की तरह रही है. मतदाताओं ने सुनक और उनकी पार्टी को उनकी विफलताओं के लिए दंडित किया है. लेबर के राष्ट्रीय अभियान समन्वयक शबाना महमूद ने कहा कि हम जनता के उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे. चुनावी नतीजों की बात करें तो कंज़र्वेटिव पार्टी को 235 सीटों का नुकसान हुआ है. साथ ही मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी ने 122 सीटों पर बढ़त बनाई है. लिबरल डेमोक्रेट्स को 63 सीटें मिलीं हैं. लेबर ने एक बयान में कहा कि इन परिणामों के आधार पर वह कंजर्वेटिवों पर आठ अंकों की बढ़त के साथ अगला आम चुनाव जीतने की राह पर है.
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