10 साल में 17 हजार पेड़ काटे गए... विकास कार्यों में पेड़ों की हुई हत्या !

17 thousand trees were cut in 10 years... Trees were killed in development works!

10 साल में 17 हजार पेड़ काटे गए...  विकास कार्यों में पेड़ों की हुई हत्या !

दस सालों में14 हजार 434 वृक्षों को पुनर्रोपित किया गया है लेकिन पुनर्रोपित किए गए अधिकांश पेड़ मृत हो जाते है। जिससे इन पेड़ो को काटने में गिनती न कर एक तरह से पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। पेड़ो को काटने की संख्या के अनुसार जितने पेड़ो को काटा जाता है उससे अनिवार्य है लेकिन वह पेड़ कहा लगाए गए इसकी कोई जानकरी नहीं मुंबई के बाहर पेड़ लगाने का मुंबई को कोई फायदा नहीं मिलता जिससे मुंबई में पर्यावरण का बदलाव दिखाई दे रहा है। 

मुंबई : एक तरफ पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ ऐसा संदेश दिया जाता है। पेड़ लगाकर पर्यावरण की रक्षा करने का अब सवाल  उठाया जा रहा है। विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों के लिए पिछले दस वर्षों में 17,000 से अधिक पेड़ काटे गए हैं। चौंकाने वाली जानकारी यह सामने आई है कि चार हजार से ज्यादा पेड़  जो कि पुनर्रोपित किए थे वह भी मर गए है।जिससे पुनर्रोपित के नाम पर पेड़ो को काटने की संख्या घटाई जाती है लेकिन पेड़  बचते। वॉच डॉग फाउंडेशन के संस्थापक गॉडफ्रे पिमेंटा ने पिछले दस वर्षों में पेड़ों की पुनर्रोपण और पेड़ों की कटाई सहित विभिन्न  जानकारी सूचना के अधिकार  में मांगी थी ।  

मनपा वृक्ष प्राधिकरण की बैठकों में बिल्डरों की आवासीय परियोजनाओं के साथ-साथ मनपा सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों के परियोजनाओं में बाधा बनने वाले पेड़ों को काटने के प्रस्ताव लाकर पेड़ो के काटनेकी मंजूरी दी जाती है । इस दौरान कुछ पेड़ो को  काटा नहीं जाता उन्हें दुसरे स्थान पर पुनर्रोपित किया जाता है। परियोजनाओं को देखकर पेड़ो को काटने की अनुमति दी जाती है।  पिछले दस सालो  में 17 हजार 50 पेड़ काटे गए हैं जो की  विभिन्न परियोजनाओं में बाधा बन रहे हैं।

Read More मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राउत ने कहा, नागपुर में हिंसा होने का कोई कारण नहीं

मनपा के पश्चिम वार्ड अंधेरी  पश्चिम में सबसे अधिक 2,083 पेड़ काटे गए है। जबकि  एन वार्ड  घाटकोपर  में 1 हजार 928 पेड़ काटे गए हैं और जी साउथ वार्ड में भी 1 हजार 849 पेड़ काटे गए हैं। इतनी बड़ी मात्रा में पेड़ो के काटे जाने से मुंबई में पर्यावरण पर इसका प्रभाव पड़ने का आरोप लगाया है।

Read More पालघर: सूटकेस के अंदर धड़ से रहित महिला का सिर मिलने के बाद जांच शुरू

दस सालों में14 हजार 434 वृक्षों को पुनर्रोपित किया गया है लेकिन पुनर्रोपित किए गए अधिकांश पेड़ मृत हो जाते है। जिससे इन पेड़ो को काटने में गिनती न कर एक तरह से पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। पेड़ो को काटने की संख्या के अनुसार जितने पेड़ो को काटा जाता है उससे अनिवार्य है लेकिन वह पेड़ कहा लगाए गए इसकी कोई जानकरी नहीं मुंबई के बाहर पेड़ लगाने का मुंबई को कोई फायदा नहीं मिलता जिससे मुंबई में पर्यावरण का बदलाव दिखाई दे रहा है। 

Read More मुंबई : सड़क किनारे सो रहे व्यक्ति पर चढ़ाई JCB, चालक की तलाश में जुटी पुलिस

मनपा ने पर्यावरण को समतोल बनाए रखने के लिए और मुंबई को हरा भरा बनाए रखने के लिए  जापानी शैली के  मियावाकी पेड़ लगाने का निणर्य लिया । पिछले तीन-चार सालो  में 3 लाख 84 हजार 700 मियावाकी और 36 हजार 973 सामान्य प्रजाति के पेड़ पेड़ लगाए गए । मियावाकी पेड़ो को दोबारा पुनर्रोपित करने का प्रमाण नहीं है। मियावाकी पेड़ कितने साल जीवित रहते है इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं होने से इनके जीवित रहने का कोई  प्रमाण नहीं होने से पेड़ कितने साल जीवित रहते है इस पर सवालिया निशान खड़ा किया जा रहा है। 

Read More मुंबई: 23 मार्च को मनसे पार्टी की नई संरचना सामने आएगी; गुड़ी पड़वा के मौके पर रैली 

Post Comment

Comment List

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media

Latest News

नई दिल्ली: ऑनलाइन जुए और सट्टेबाजी; प्रभावशाली कानून बनाने की तैयारी नई दिल्ली: ऑनलाइन जुए और सट्टेबाजी; प्रभावशाली कानून बनाने की तैयारी
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तकनीक मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि ऑनलाइन जुए और सट्टेबाजी पर अंकुश लगाने के...
मुंबई: 23 मार्च को मनसे पार्टी की नई संरचना सामने आएगी; गुड़ी पड़वा के मौके पर रैली 
मुंबई:  अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाही; अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई तेज
दिल्ली : प्रतिस्पर्धा आयोग ने दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में एक साथ कई विदेशी मीडिया विज्ञापन कंपनियों के दफ्तरों पर छापेमारी
डंपिंग ग्राउंड में मलमूत्र विसर्जित करने से भड़के ग्रामीण
डोंबिवली जल परिवहन प्रकल्प रो-रो सेवा के जेट्टी निर्माण कार्य का भूमिपूजन संपन्न हुआ
डारलीपुट-पदुआ स्टेशनों के बीच ट्रैक का काम होना है जिसके चलते कई यात्री ट्रेनों का संचालन रद्द किया

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media