मुंबई में भीषण गर्मी के बीच मचा हाहाकार... तापमान चढ़ने के साथ बिजली कटौती शुरू
There was an outcry amid the scorching heat in Mumbai... power cuts started as the temperature rose.
वसई-विरार में हर साल गर्मियों में पानी की बड़ी किल्लत हो जाती है। गर्मी बढ़ते ही पानी बेचने वालों ने पानी के दाम बढ़ा दिए हैं। खासकर टैंकर माफिया गर्मी का फायदा उठाकर दोगुनी कीमत पर पानी बेच रहे हैं। पहले जो टैंकर आठ सौ रुपये में मिलता था, अब उसका डेढ़ हजार रुपये वसूल किए जा रहे हैं। इसी तरह मिनरल वॉटर बेचने वाले भी लोगों से ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं। तीस रुपये का केन अब दोगुनी कीमत पर बेचा जा रहा है।
मुंबई: वसई-विरार में भीषण गर्मी व उमस ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। एक तरफ गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है, तो दूसरी तरफ बिजली कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। पिछले एक सप्ताह से पारा 38-39 डिग्री के पार जा रहा है। मौसम का गर्म मिज़ाज देखते हुए क्षेत्र में टैंकर माफिया व मिनरल वॉटर बेचने वाले सक्रिय हो गए हैं। यह लोग महंगे दर पर पानी बेच रहे हैं।
वसई-विरार में इन दिनों लोगों को बिजली और पानी की समस्या ने परेशानी में डाल रखा है। भीषण गर्मी का सबसे ज्यादा असर स्लम व ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा है। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। हालांकि जलापूर्ति विभाग का कहना है कि उन्होंने ग्रामीण भागों में टैंकरों से पानी की सप्लाई शुरू कर दी है, लेकिन लोगों का कहना है कि उन्हें टैंकरों से ज्यादा कीमत पर पानी खरीदना पड़ रहा है।
बता दें कि वसई-विरार में हर साल गर्मियों में पानी की बड़ी किल्लत हो जाती है। गर्मी बढ़ते ही पानी बेचने वालों ने पानी के दाम बढ़ा दिए हैं। खासकर टैंकर माफिया गर्मी का फायदा उठाकर दोगुनी कीमत पर पानी बेच रहे हैं। पहले जो टैंकर आठ सौ रुपये में मिलता था, अब उसका डेढ़ हजार रुपये वसूल किए जा रहे हैं। इसी तरह मिनरल वॉटर बेचने वाले भी लोगों से ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं। तीस रुपये का केन अब दोगुनी कीमत पर बेचा जा रहा है।
कामन, बेलकडी, मोरी, बाफना, जुचंद्र, चिंचोटी, कनेर, पारोल, पेल्हार, सातीवली, वाघरल पाडा, गड़गा पाडा, विरार फाटा, ससुनवघर, मालजी पाडा, रिचर्ड कंपाउंड, धानिवबाग, वाकन पाडा समेत कई स्लम इलाकों में पानी की सबसे ज्यादा किल्लत है। यहां लोगों के पास इतने पैसे भी नहीं है, जो टैंकर मंगवाकर अपनी प्यास बुझा सकें। लोगों को दूर-दूर से जाकर पानी लाना पड़ रहा है।
गर्मी का फायदा उठाकर पानी का अधिक पैसे लेना सरासर गलत है। हमने कुछ ग्रामीण भागों में मुफ्त में टैकरों से पानी की सप्लाई शुरू कर दी है।
पानी की समस्या झेल रही जनता के सामने बिजली कटौती के रूप में दूसरी बड़ी समस्या पैदा हो गई है। पिछले एक हप्ते से शहर में कई घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। इससे नागरिकों में भारी आक्रोश है। भीषण गर्मी से सीमेंट के पतरे से बने घरों में रहने वालों का जीना दूभर हो गया है।
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