मुंबई में फेडेक्स कुरियर के नाम पर धोखाधड़ी... पुलिस अधिकारी बनकर किया फोन
Fraud in the name of FedEx courier in Mumbai... Called by pretending to be a police officer
डीसीपी दत्ता नलवाड़े ने आवाहन किया है कि अगर इस तरीके से किसीको फोन आये तो उसपर भरोसा न करें और भूलकर भी पैसे किसीको ट्रांसफर न करें। एक अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता एक बिजनेसमैन हैं। एक शख्स ने उन्हें फोन किया और कहा कि वह पुलिस अधिकारी और इंकमटैक्स अधिकारी है। उसका नाम से फेडेक्स कुरियर आया है, इसके अलावा कुछ अवैध ट्रांजिक्शन भी हुए हैं, जिस वजह से उनपर कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई से बचने के लिए आरोपी ने शिकायतकर्ता से पैसों की मांग की।
मुंबई : पश्चिम सायबर अपराध शाखा ने फेडेक्स कुरियर के नाम पर धोखाधड़ी कर 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के बाद, समय पक़र सायबर सेल को जानकारी दिए पर शिकायतकर्ता के पैसे को बचा लिया गया है। उन्होंने 1930 सायबर अपराध के नंबर पर फोन कर उनके साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस अधिकारी ने नोडल अधिकारी से संपर्क कर उनके पैसे बचा लिए। डीसीपी दत्ता नलवाड़े ने आवाहन किया है कि अगर इस तरीके से किसीको फोन आये तो उसपर भरोसा न करें और भूलकर भी पैसे किसीको ट्रांसफर न करें। एक अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता एक बिजनेसमैन हैं।
एक शख्स ने उन्हें फोन किया और कहा कि वह पुलिस अधिकारी और इंकमटैक्स अधिकारी है। उसका नाम से फेडेक्स कुरियर आया है, इसके अलावा कुछ अवैध ट्रांजिक्शन भी हुए हैं, जिस वजह से उनपर कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई से बचने के लिए आरोपी ने शिकायतकर्ता से पैसों की मांग की। इसपर शिकायतकर्ता डर गए और उन्होंने आरोपी को 35 लाख 12 हजार 820 रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन थोड़े समय बाद उन्हें अनुभव हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।
इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत सायबर अपराध शाखा से की। मामले में तत्परता दिखाते हुए सायबर अपराध शाखा ने अकाउंट से निकला हुआ पूरा पैसा जब्त कर लिया है। हालांकि मामले की अधिक जांच पुलिस कर रही है। पुलिस उप निरीक्षक मंगेश भोर और पुलिस शिपाहि किरण पाटिल ने मिलकर मामले की पैरवी की और जिस बैंक में पैसा ट्रांसफर हुआ था, उसके नोडल अधिकारी से संपर्क किया और उसमें गए पैसों को फ्रिज करवा दिया। इससे बिजनेसमैन का पैसा बच गया। फिलहाल पूरे मामले की जांच सायबर अपराध शाखा द्वारा की जा रही है।
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