मनपा अस्पतालों में कर्मचारियों, मरीजों और विजिटर्स के लिए मास्क अनिवार्य...कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि
Masks mandatory for employees, patients and visitors in municipal hospitals…increase in the number of covid infected patients
संक्रमण को रोकने के लिए टेस्ट की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए, जिससे इलाज में आसानी हो। जांचों की संख्या में वृद्धि होते ही निजी प्रयोगशाला निदेशकों के साथ अपर आयुक्त डॉ. संजीव कुमार जल्द से जल्द बैठक करेंगे। सभी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की सक्रियता, मांग और आपूर्ति के बीच सामंजस्य आदि पहलुओं की अस्पतालों द्वारा जांच की जानी चाहिए।
मुंबई : मुंबई मनपा क्षेत्र में भी पिछले कुछ दिनों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संभावना जताई है कि मई माह में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि होगी। इस पृष्ठभूमि में मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने मनपा के सभी अस्पतालों और निजी अस्पतालों को तैयार रहने का आदेश दिया है। कोविड रोगियों की बढ़ती संख्या को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में चहल ने कहा है कि महामारी का ६० वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को अधिक खतरा है।
इसलिए बुजुर्गों के साथ ही कई बीमारियों से जूझ रहे नागरिकों के लिए लगातार मास्क का उपयोग करना सुरक्षित रहेगा। हालांकि, उन्हें मास्क पहनने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही मनपा के सभी अस्पतालों में कर्मचारियों, मरीजों और विजिटर्स के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है। मनपा आयुक्त चहल ने कहा कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने के पूर्वानुमान को देखते हुए सरकार ने पूरी व्यवस्था तैयार रखने की सलाह दी है। भले ही यह अनिवार्य नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर कुछ दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
इस मौके पर उन्होंने विभिन्न सुझाव देते हुए कहा कि मनपा के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी बेड तैयार रखना जरूरी है। इसके तहत जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि मनपा की केंद्रीय खरीदी विभाग अपने सभी अस्पतालों में हैंड ग्लोव्ज, मास्क, पीपीई किट के साथ-साथ दवाओं के भंडारण और अन्य चिकित्सा सामग्रियों के स्टॉक की समीक्षा करें और आवश्यक हो तो खरीदी प्रक्रिया शुरू कर दें। किसी भी वस्तु की कमी न हो, यह सुनिश्चित करें।
संक्रमण को रोकने के लिए टेस्ट की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए, जिससे इलाज में आसानी हो। जांचों की संख्या में वृद्धि होते ही निजी प्रयोगशाला निदेशकों के साथ अपर आयुक्त डॉ. संजीव कुमार जल्द से जल्द बैठक करेंगे। सभी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की सक्रियता, मांग और आपूर्ति के बीच सामंजस्य आदि पहलुओं की अस्पतालों द्वारा जांच की जानी चाहिए।

