मशहूर एक्ट्रेस सुलोचना लाटकर का निधन, 94 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Sulochana Latkar, a veteran actress in Marathi and Hindi films, died of prolonged illness at a hospital in Mumbai at 94 years old.
दिग्गज एक्ट्रेस सुलोचना लाटकर का रविवार को निधन हो गया. 94 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वे कुछ दिनों से काफी बीमार थी.
दिग्गज एक्ट्रेस सुलोचना लाटकर का रविवार को निधन हो गया. 94 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वे कुछ दिनों से काफी बीमार थी. जिसके बाद उन्हें दादर के सुश्रुषा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. सुलोचना लाटकर बहुत लंबे समय से सांस की बीमारी से परेशान थी. वेटरन एक्ट्रेस के निधन पर पीएम मोदी सहित कई लोगों ने शोक जताया...Actor Sulochana Latkar dies at 94...
सुलोचना के निधन पर पीएम ने जताया शोक जताया है. पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सुलोचना जी के निधन से भारतीय सिनेमा में एक बड़ा खालीपन आ गया है. ट्वीट में पीएम ने आगे लिखा कि उनके अविस्मरणीय प्रदर्शन ने हमारी संस्कृति को समृद्ध किया और उन्हें कई पीढ़ियों के लोगों का प्रिय बना दिया. उनके अभिनय के माध्यम से उनकी सिनेमाई विरासत जीवित रहेगी. पीएम ने सुलोचना के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं है. पीएम ने कहा उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति....Actor Sulochana Latkar dies at 94...
मराठी फिल्मों से की करियर की शुरुआत
सुलोचना ने 1940 के दशक में अपने करियर की शुरुआत मराठी फिल्मों से की थी. उन्होंने 250 से अधिक हिंदी और 50 मराठी फिल्मों में काम किया है. 'जब प्यार किसी से होता है', 'दुनिया', 'अमीर गरीब', 'बहारों के सपने', 'कटी पतंग', 'मेरे जीवन साथी', 'प्यार मोहब्बत', 'जॉनी मेरा नाम', 'वारंट', 'जोशीला', 'डोली', 'प्रेम नगर', 'आक्रमण', 'भोला भला', 'त्याग', 'आशिक हूं बहारों का', 'अधिकार', 'नई रोशनी', 'आए दिन बहार के', 'आई मिलन की बेला', 'अब दिल्ली दूर नहीं', 'मजबूर', 'गोरा और कला', 'देवर', 'कहानी किस्मत की', 'तलाश' और 'आजाद' फिल्मों में लोगों ने उन्हें काफी पसंद किया....Actor Sulochana Latkar dies at 94....
मिले कई पुरस्कार और सम्मान
सुलोचना को 1999 में पद्मश्री और 2004 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला था. महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सर्वोच्च सम्मान 'महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार' से सम्मानित किया था.
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