पालघर में वन विभाग के क्लर्क ने फ़िल्म से आइडिया लेकर अपने दोनों बहनों को उतारा मौत के घाट...
In Palghar, a forest department clerk killed his two sisters by taking the idea from the film.
पालघर में दो अविवाहित बहनों की हत्या हुई थी. इस वारदात में पुलिस को पहले शक था कि किसी रिश्तेदार ने दोनों बहनों को जहर दिया.लेकिन जब इस हत्या की सच्चाई पुलिस ने सामने लाई तो हर कोई सुनने वाले हैरान रह गए. दोनो बहनों की हत्या एक प्लान के तहत उसके ही भाई ने की. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गणेश मोहिते, जो पालघर में वन विभाग में क्लर्क है, जो अपनी दो अविवाहित बहनों से तंग आ गया था.
पालघर : पालघर में दो अविवाहित बहनों की हत्या हुई थी. इस वारदात में पुलिस को पहले शक था कि किसी रिश्तेदार ने दोनों बहनों को जहर दिया.लेकिन जब इस हत्या की सच्चाई पुलिस ने सामने लाई तो हर कोई सुनने वाले हैरान रह गए. दोनो बहनों की हत्या एक प्लान के तहत उसके ही भाई ने की. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गणेश मोहिते, जो पालघर में वन विभाग में क्लर्क है, जो अपनी दो अविवाहित बहनों से तंग आ गया था. इसलिए उसने बॉलीवुड फिल्म ‘दृश्यम’ से प्रेरित होकर अपनी बहन को मारने का ख़ौपनाक ऐसा प्लान बनयाा की हत्या करके दोषी किसी रिश्तेदार को ठहराने की साजिश रची. इसी उद्देश्य से उसने जांच अधिकारियों और अपनी मां तक के दिमाग में यह बात डाली कि रिश्तेदार ने उनके पीने के पानी में जहर मिला दिया था, जिसे उसकी बहनों ने पी लिया और उनकी मृत्यु हो गई.
रिपोर्ट के मुताबिक 15 अक्टूबर को गणेश अपने परिवार को एक नवरात्रि कार्यक्रम के लिए ले गया. उसे यह पता था कि अगर उसने पालघर में अपनी बहनों की हत्या की तो शक उसी पर होगा. लेकिन वह पालघर से दूर जाकर रेवदंडा में वह हत्या करेगा तो उसका आरोप उसके रिश्तेदार पर आसानी से लग सकता था. घटना को अंजाम देने के लिए गणेश ने अपनी बहनों के लिए तत्काल सूप बनाया और उसमें चूहे का जहर मिला दिया. सूप पीने के बाद, उसने अपनी मां से पीने का कुछ पानी लाने को कहा जो बाहर बरामदे में एक कंटेनर में था और फिर नवरात्रि कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निकल गया.
घर से निकलने के बाद उसे अपनी बहनों का फोन आया कि वह अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं. गरबा के बहाने गणेश जानबूझकर देर से घर पहुंचा और अपनी बहनों को सिविल अस्पताल ले गया, जहां 17 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई. तब तक, दूसरी बहन स्नेहा भी गंभीर स्थिति में पहुंच गई. उसे कामोठे के एमजीएम अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां 20 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई. गणेश ने स्नेहा जो 20 अक्टूबर तक जीवित रही और मां के दिमाग में डाला कि उनके रिश्तेदार जिनके साथ उनका पहले कुछ संपत्ति विवाद के कारण झगड़ा हुआ था,तो उन्होंने बरामदे में पीने के पानी में जहर मिलाया था.
ऐसे पर्दाफाश किया हत्या का प्लान
जानकारी के मुताबिक 21 अक्टूबर को मामला लोकल क्राइम ब्रांच (LCB) को ट्रांसफर कर दिया गया और रिश्तेदार से पुलिस ने पूछताछ की उसी दौरान पुलिस को पता चला कि उन्होंने अपने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं. उसमे पुलिस को पानी के साथ किसी को छेड़छाड़ करते नहीं देखा. CCTV फुटेज और इस तथ्य से कि वही पानी पीने के बाद मां को कोई समस्या नहीं हुई, जिससे पुलिस को मामला कुछ और नजर आया. जांच के दौरान भाई-बहनों के बीच लड़ाई के बारे में भी पुलिस को पता चला.’ पुलिस को गणेश पर शक हुआ तो पुलिस ने बारीकी से उसके फोन की जांच की और 11 से 14 अक्टूबर तक ‘जहर’ जैसे ‘मीठा जहर’, ‘कम जहर की गंध’ और ‘जहर खाने के बाद किसी व्यक्ति को मरने में कितने दिन लगते हैं’ जैसी 53 सर्च हिस्ट्री मिली.जिससे पुलिस के सामने तस्वीर क्लियर हो गई ।
गणेश के पिता वन विभाग में अधिकारी थे, एक दुर्घटना में उनकी मौत हो गई. इसके बाद पिता के स्थान पर नौकरी के दावे को लेकर एक लंबा विवाद शुरू हुआ. मां ने अपनी बेटियों में से एक का समर्थन किया. आरोपी अपनी बहनों से तंग आ चुका था, क्योंकि उसे अपना वेतन उन पर खर्च करना पड़ता था. गणेश को चिंता थी कि वे उनके पिता की संपत्ति पर दोनो बहने दावा करेगी इसलिए रास्ते से हटा लिया.
Comment List