अंधेरी इलाके में फर्जी कॉल सेंटर भंडाफोड़... पैसे लेकर नहीं करते थे दवाई की डिलीवरी
Fake call center busted in Andheri area...did not take money for delivery of medicines
क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की अन्य संबंधित प्रावधानो के तहत मामला दर्ज किया। अधिकारी ने बताया कि वीओआईपी कॉलिंग के माध्यम से आरोपी अमेरिकी नागरिकों को ठगने का काम करते थे।
मुंबई : मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 10 ने अंधेरी इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। फर्जी कॉल सेंटर में अमेरिकी नागरिकों को दवाओं की बिक्री के नाम पर ठगा जाता था। क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया की "द समिट बिजनेस बे"(ओमकार) नाम की कंपनी के परिसर में छापेमारी की और 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की अन्य संबंधित प्रावधानो के तहत मामला दर्ज किया। अधिकारी ने बताया कि वीओआईपी कॉलिंग के माध्यम से आरोपी अमेरिकी नागरिकों को ठगने का काम करते थे।
उन्होंने कहा कि आरोपी खुद को ऑनलाइन दवा कंपनी का प्रतिनिधि बताते थे। आरोपी पीड़ितों से दवाओं का ऑर्डर लेकर पेमेंट का भुगतान करवाते थे। लेकिन उन्हें दवा की डिलीवरी नहीं करते थे। अमेरिकी नागरिक इन आरोपियों को डॉलर में भुगतान किया करते थे। छापेमारी के दौरान क्राइम ब्रांच ने कंप्यूटर और कुछ अहम दस्तावेजों को भी बरामद किया। बता दें कि इससे पहले मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 ने 12 करोड़ रुपये की कीमत के गुटखे को बरामद किया है। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने 7 आरोपियो को गिरफ्तार किया था।
दरअसल मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 के सीनियर अधिकारी दया नायक की टीम ने पालघर जिले के कासा इलाके में छापेमारी की थी। इस दौरान उन्होंने 12 करोड़ रुपये की कीमत के प्रतिबंधित उत्पाद गुटखा जब्त किया। बता दें कि पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि हमने विभिन्न प्रकार के गुटखा, पान मसाला और ट्रकों सहित कुल मिलाकर 12 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित उत्पाद को जब्त किया था। क्राइम ब्रांच अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर यह गुटखा कहां से आया था।
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