सीएम शिंदे ने लगाई उद्धव ठाकरे पर आरोपों की झड़ी... हम पर खोका मांगने का आरोप लगाते हैं और हमीं से खोका मांगते हैं
CM Shinde made a series of allegations against Uddhav Thackeray... He accuses us of demanding khoka and demands khoka from us.
सीएम शिंदे ने दम भरते हुए कहा कि इस चुनाव में हम लोग 48 में से 45 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतेंगे। इसके लिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को काम पर लगना होगा, कड़ी मेहतन करनी होगी। जनता आज मोदी के साथ खड़ी है।
मुंबई: कोल्हापुर महाधिवेशन में दूसरे दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें उद्धव सेना की संपत्ति नहीं बल्कि बाला साहेब ठाकरे के विचारों वाली शिवसेना चाहिए थी। पुरानी घटनाओं का जिक्र करते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि जब मेरे साथ पार्टी के विधायक आए तो मुझ पर और हमारे विधायकों पर 50 खोके (करोड़) रुपये लेने के झूठे आरोप लगाए गए।
लेकिन, मैं बताना चाहता हूं कि जब केंद्रीय चुनाव आयोग ने हमें पार्टी और चुनाव चिन्ह दिया तब उद्धव के नेताओं के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। उनके लोगों को लगा कि अब तो पार्टी की प्रॉपर्टी भी शिंदे के पास चली जाएगी। लेकिन उसी वक्त मैंने साफ कर दिया था कि उनकी प्रॉपर्टी नहीं चाहिए, हमें तो सिर्फ बाला साहेब के विचारों पर राजनीति करने वाली शिवसेना चाहिए। हमारी संपत्ति तो बाला साहेब के विचार हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव चिन्ह और पार्टी मुझे मिलने के बाद उद्धव सेना की ओर से मुझे एक पत्र आया, जिसमें पार्टी और चिन्ह के बदले 50 करोड़ रुपये की मांग की गई। इसकी जानकारी मुझे आशीष कुलकर्णी और सचिन ने दी, मैंने एक पल की भी देरी न करते हुए तत्काल उद्धव सेना के खाते में 50 करोड़ रुपये ट्रांसफर कराए।
वे हम पर 50 खोके का आरोप लगाते हैं और हमीं से 50 करोड़ मांगते हैं। उद्धव सेना के नेताओं को शर्म नहीं आती, हम पर आरोप लगाने से पहले उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।
दो दिवसीय महाधिवेशन के समापन समारोह पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा वे किसी से नहीं डरते। दाऊद आए, शकील आए, कई सारे आए, लेकिन कभी मैं किसी से नहीं डरा। यहां तक कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली में मुझे भेजा गया, वहां पर भी काम किया। वहां पर फैक्ट्री शुरू की। वहां की बंद खदानें शुरू की। लोगों को रोजगार मिला। अब वहां की हालत बदल गई। उन्होंने कहा कि पूरा महाराष्ट्र मेरा परिवार है। मेरे कार्यकर्ता और प्रदेश की जनता ही मेरी टॉनिक है।
सीएम शिंदे ने कहा कि मैंने कभी मुख्यमंत्री बनने का सपना भी नहीं देखा था। गठबंधन की सरकार चल रही होती, तो ऐसा होता भी नहीं। बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के लिए पांच बार कहा, लेकिन नहीं माने। आज परिणाम यह है कि मैं मुख्यमंत्री हूं। मैंने तो कोई पद भी नहीं मांगा था।
हम लोग तो यही चाहते थे कि बालासाहेब के विचारों को लेकर आगे बढ़ें। बालासाहेब ने हमेशा कहा कि कांग्रेस से सदा दूर रहना, लेकिन उनके पुत्र ने क्या किया, बालासाहेब के आदेश को भूलकर कांग्रेस की गोंद में जाकर बैठ गए। इसका हम सभी ने विरोध किया था, लेकिन उन्होंने (उद्धव ठाकरे) ने नहीं माना। फिर हमने शिवसेना को बचाने का साहस किया।
सीएम शिंदे ने दम भरते हुए कहा कि इस चुनाव में हम लोग 48 में से 45 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतेंगे। इसके लिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को काम पर लगना होगा, कड़ी मेहतन करनी होगी। जनता आज मोदी के साथ खड़ी है।

