सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस पर उद्धव ठाकरे का निशाना... कहा- 'जनता से जाकर पूछें कि...'
Uddhav Thackeray's target on CM Shinde and Deputy CM Fadnavis... Said- 'Go and ask the public that...'
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उद्धव ठाकरे ने तंज करते हुए कहा कि ''बुलढाणा के एक गांव में जहरखुरानी के बाद नागरिकों का इलाज करने के लिए कोई डॉक्टर नहीं हैं. ये 'हमारी सरकार' है.'' दरअसल, गांव के लोग प्रसाद खाने के बाद बीमार हो गए थे जिन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां बेड की कमी के कारण अस्पताल के बाहर जमीन पर लिटाकर और पेड़ से सलाइन की बॉटल बांधकर इलाज करना पड़ा. इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी थी.
महाराष्ट्र : शिवसेना-यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे ने बुलढाणा के चिखली में गुरुवार को जनसभा को संबोधित किया जिस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखे हमले किए. उद्धव ने एकबार फिर एकनाथ शिंदे को असंवैधानिक मुख्यमंत्री करार देते हुए कहा कि ''राज्य के असंवैधानिक मुख्यमंत्री और उनके उपमुख्यमंत्रियों को जनता के बीच जाकर पूछना चाहिए कि जनता को किसकी सरकार पसंद आई?''
उद्धव ठाकरे ने 2022 में पार्टी में हुई बगावत का जिक्र करते हुए कहा कि ''पार्टी में पले-बढ़े लोग चले गए लेकिन जिन लोगों ने उन्हें बड़ा किया, वे मेरे साथ हैं. ये दौलत मेरे पास है.'' पूर्व सीएम ठाकरे ने बुलढाणा जिले के एक गांव में फुड पॉइंजनिंग के कारण करीब 200 लोगों के बीमार होने की घटना का भी जिक्र किया और सरकार पर हमला बोला.
उद्धव ठाकरे ने तंज करते हुए कहा कि ''बुलढाणा के एक गांव में जहरखुरानी के बाद नागरिकों का इलाज करने के लिए कोई डॉक्टर नहीं हैं. ये 'हमारी सरकार' है.'' दरअसल, गांव के लोग प्रसाद खाने के बाद बीमार हो गए थे जिन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां बेड की कमी के कारण अस्पताल के बाहर जमीन पर लिटाकर और पेड़ से सलाइन की बॉटल बांधकर इलाज करना पड़ा. इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी थी.
उद्धव ठाकरे इस दौरान किसानों की आत्महत्या का मुद्दा उठाया. उन्होंने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह कहा जाता है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को घर और छत दी गई लेकिन आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवार की छत उड़ गई है.
उद्धव ठाकरे ने यह बात ऐसे समय में कही है जब पंजाब के किसान एमएसपी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और 'दिल्ली चलो' का आह्वान करते हुए कई दिनों से पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर जमा हैं. केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों से कई दौर की बात के बाद वे वहां से हटने को तैयार नहीं हैं.
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