महाराष्ट्र की 13 मई को चौथे चरण में 11 सीटों पर मतदान
Voting on 11 seats in Maharashtra in the fourth phase on May 13

मुंबई: लोकसभा के चौथे चरण में उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा की 11 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। 13 मई को ही मतदान है तो अब राजनीतिक दलों के पास चुनाव-प्रचार के लिए ज़्यादा वक़्त भी नहीं है। कहा जा रहा है कि बीजेपी के लिए तो इस बार राज्य के चुनाव में बढ़िया प्रदर्शन के लिए काफी कुछ दाँव पर लगा है।
मुंबई: लोकसभा के चौथे चरण में उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा की 11 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। 13 मई को ही मतदान है तो अब राजनीतिक दलों के पास चुनाव-प्रचार के लिए ज़्यादा वक़्त भी नहीं है। कहा जा रहा है कि बीजेपी के लिए तो इस बार राज्य के चुनाव में बढ़िया प्रदर्शन के लिए काफी कुछ दाँव पर लगा है। खासकर, शिवसेना और एनसीपी में टूट और अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल जैसे नेताओं के एनडीए की तरफ़ होने के बाद। तो सवाल है कि क्या बीजेपी के लिए स्थितियाँ अनुकूल हैं या फिर चिंताएँ बढ़ गई हैं?
चौथे चरण में जिन सीटों पर चुनाव होने हैं, वहाँ की स्थिति क्या है, इसको शरद पवार के एक बयान से भी समझा सकता है। एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने एक दिन पहले ही कहा है कि एनडीए महाराष्ट्र में अपने प्रदर्शन को लेकर अनिश्चित है और इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैलियों को संबोधित करने के लिए लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में चुनाव को पांच चरणों में बढ़ा दिया है ताकि मोदी को प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राज्य में जितनी रैलियां कर रहे हैं, वह काफी आश्चर्यजनक है।
जानिए, किन सीटों पर कैसी स्थिति
13 मई को जिन 11 सीटों पर चुनाव होने होने हैं उनमें से 7 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ेगी, जबकि सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना 3 और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी एक सीट पर चुनाव लड़ेंगी।
विपक्षी एमवीए गठबंधन (इंडिया गठबंधन) की ओर से कांग्रेस तीन सीटों पर, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना चार सीटों पर और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी-एसपी चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस चरण में नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद), मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर, शिरडी और बीड में चुनाव होने हैं।
जालना का चुनाव दिलचस्प
जालना 2023 में मराठा आंदोलन का केंद्र रहा। यह सीट 1996 से भाजपा के पास है। ऐसे में कहा जा सकता है कि यह क्षेत्र बीजेपी का गढ़ है। पांच बार के लोकसभा सांसद रावसाहेब दानवे अपने छठे कार्यकाल के लिए प्रयास कर रहे हैं और उन्हें चुनौती कांग्रेस के कल्याण काले दे रहे हैं।
पहले तो कहा जा रहा था कि इस सीट पर मुक़ाबला एकतरफा होने की संभावना है, लेकिन उसी मराठा आंदोलन ने अब इस सीट पर मुक़ाबला रोचक बना दिया है। कहा जा रहा है कि मराठा आरक्षण को लेकर जिस तरह की स्थितियाँ बनी है उससे सत्तारूढ़ पक्ष के खिलाफ मराठा लोगों में ग़ुस्सा है और इसी वजह से मुक़ाबला अब काँटे का होना बताया जा रहा है।
छत्रपति संभाजीनगर में इस बार त्रिकोणीय मुक़ाबला है। यहाँ पर पिछले लोकसभा चुनाव में चौंकाने वाला नतीजा आया था। 2019 में एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील जीते थे। उनकी जीत तब हुई थी जब शिवसेना अविभाजित थी और इसके चार बार के सांसद चंद्रकांत खैरे हार गए थे। इस सीट से इम्तियाज जलील अपने दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। चंद्रकांत खैरे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य के मंत्री और विधायक संदुपन भुमरे इस दौड़ में शिंदे वाली शिवसेना के तीसरे प्रमुख उम्मीदवार हैं।
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