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मुंबई में 600 पदों के लिए 25,000 से अधिक आवेदक... एयर इंडिया के लिए काबू करना हुआ मुश्किल

मुंबई में 600 पदों के लिए 25,000 से अधिक आवेदक...  एयर इंडिया के लिए काबू करना हुआ मुश्किल मुंबई एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की ओर से 'एयरपोर्ट लोडर' के लिए भर्ती के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. 600 पदों के लिए 25,000 से अधिक आवेदक पहुंचे और एयर इंडिया के कर्मचारियों को भारी भीड़ को संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि फॉर्म काउंटर तक पहुंचने के लिए आवेदक एक-दूसरे से धक्का-मुक्की कर रहे थे. हवाई अड्डे के लोडरों को विमान पर सामान चढ़ाने और उतारने और बैगेज बेल्ट और रैंप ट्रैक्टर चलाने का काम सौंपा जाता है.
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Mumbai 

वसई-विरार की सड़कों का गांव के पगडंडी से भी बुरा हाल... सड़कों में गड्डे या गड्डों में सड़क, कहना मुश्किल

वसई-विरार की सड़कों का गांव के पगडंडी से भी बुरा हाल... सड़कों में गड्डे या गड्डों में सड़क, कहना मुश्किल ड्डों को अक्सर अनुशंसित गहराई तक नहीं काटा जाता है और उनमें डाम्बर को भर दिया जाता है और सड़कों को समय से पहले यातायात के लिए फिर से खोल दिया जाता है, जिससे न केवल फिर से गड्ढे बन जाते हैं, बल्कि यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं द्वारिका होटल से सोलंकी मेडिकल तक की सड़क को मात्र चार महीना पहले ही बनाया गया था, लेकिन पहली ही बरसात में सड़क टूट गईं। काम होने के बाद सड़क को फिर से बनाने के लिए ठेकेदार भूल गया। जिससे सड़क के बीचों-बीच गड्ढे बन गए हैं।
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करना पड़ा भारी... विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजनयिक को किया तलब

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करना पड़ा भारी...  विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजनयिक को किया तलब जर्मनी के बाद अमेरिका ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में टिप्पणी की थी। अमेरिका की तरफ से कहा गया था कि केजरीवाल की गिरफ्तारी पर उनकी कड़ी नजर है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा था कि वो भारत के अहम विपक्षी दल के नेता की गिरफ्तारी और मामले में एक्शन पर निष्पक्ष जांच की उम्मीद जता रहे हैं। 
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Maharashtra 

मराठा प्रदर्शनकारियों के खेल से प्रशासन के सामने 'मुश्किल'... EVM की जगह बैलेट पेपर पर वोटिंग ?

 मराठा प्रदर्शनकारियों के खेल से प्रशासन के सामने 'मुश्किल'...  EVM की जगह बैलेट पेपर पर वोटिंग ? धाराशिव जिले में 736 गाँव हैं. बार्शी और औसा तालुका में 150 से अधिक गाँव हैं। अगर 384 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े होते हैं तो चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से कराना पड़ेगा. मराठा आरक्षण के अनुरूप आगामी लोकसभा चुनाव में मराठा समुदाय से और अधिक नामांकन दाखिल होने की संभावना है. प्रशासन का कहना है कि अगर ज्यादा नामांकन आए तो ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराना पड़ेगा.
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