कोरोना फिर से सिर उठाने लगा…मास्क लगाने के साथ टीका जरूरी – मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
Rokthok Lekhani
मुंबई : कोरोना फिर से सिर उठाने लगा है। पिछले कुछ दिनों से कोविड मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। गत डेढ़ महीने में कोरोना के सात गुना मरीज बढ़े हैं। इस परिस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल राज्य कोरोना टास्क फोर्स के डॉक्टरों की आपात बैठक बुलाई और स्थिति का जायजा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार अगले एक पखवाड़े तक स्थिति पर नजर रखेगी। यदि लोग फिर से प्रतिबंध नहीं चाहते हैं तो खुद सावधानियां बरतें और अनुशासन का पालन करें। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से मास्क पहनने, टीका लगवाने, हाथ धोने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने का आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वर्षा बंगले में हुई इस बैठक में मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सीताराम कुंते, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आशीष कुमार सिंह सहित टास्क फोर्स के सदस्य शामिल थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना के और बढ़ने की आशंका है। इसलिए राज्य सरकार अगले एक पखवाड़े तक स्थिति पर नजर रखेगी।
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लोगों को खुद से पहल करनी चाहिए। कोरोना नियमों का खुद से पालन करें। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड काल में बने फील्ड अस्पताल अच्छी स्थिति में हैं या नहीं, उनका स्ट्रक्चरल ऑडिट होना चाहिए। क्षेत्र में चिकित्सा कर्मचारियों के साथ आवश्यक बुनियादी ढांचा है या नहीं। स्वास्थ्य मशीनरी और अस्पताल सुसज्जित रखे जाएं। कोविड जांच बढ़ाने के साथ ही कोविड वायरस के नए वैरिएंट के संक्रमण की संभावनाओं पर नजर रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही स्वूâल शुरू हो जाएंगे। स्कूलो के बारे में वैश्विक स्तर क्या निर्णय लिए गए हैं, वहां बच्चों में संक्रमण की स्थिति क्या है? इसकी जानकारी ली जाए। १२ और १८ वर्ष की आयु के बीच टीकाकरण बढ़ाया जाए। हर वरिष्ठ नागरिक टीका लगवा लें और बूस्टर टीका भी लगवाना चाहिए। ऑक्सीजन और दवाओं का पर्याप्त भंडारण होना चाहिए। बारिश में होनेवाले जलजनित रोग के लक्षण भी कोरोना के समान हैं, इसलिए डॉक्टरों को भी ऐसे रोगियों को समय पर परीक्षण कराने के लिए कहा जाना चाहिए। अगर बुखार, सर्दी या गले में खराश है तो तुरंत जांच कराएं।
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