मध्य रेलवे के अंतर्गत आनेवाले मस्जिद स्टेशन के पास एक दीवार का हिस्सा ढह कर ट्रैक पर गिर गया…
Rokthok Lekhani
मुंबई : हाल ही में मध्य रेलवे के अंतर्गत आनेवाले मस्जिद स्टेशन के पास एक दीवार का हिस्सा ढह कर ट्रैक पर गिर गया। इस घटना से घंटों तक हार्बर लाइन प्रभावित रही। इस घटना के चलते दिनभर में ५० से अधिक सेवाएं रद्द हुर्इं। रेलवे ने बताया कि अगर वक्त पर मोटरमैन अलर्ट न होता, तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
मस्जिद स्टेशन के पास हुई इस घटना के बाद रेलवे की आंख खुल गई है। फिलहाल खतरा अभी टला नहीं है। रेलवे की पटरियों के पास और भी कई स्ट्रक्चर हैं जो खतरनाक हैं और उन पर ऐक्शन लेने में देरी हुई, तो बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में रेलवे ने सतर्कता दिखाते हुए मनपा से पत्राचार फिर से शुरू कर दिया है। साथ ही रेलवे भी ऐसे लोकेशन चिन्हित कर रही है जो लोकल परिचालन के लिए खतरा साबित हो सकते हैं।
मध्य रेलवे पर हुई घटना के बाद पश्चिम रेलवे अलर्ट हो गई है। उनके द्वारा म्हाडा को कुछ इमारतों पर कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया है। ये इमारतें चर्नी रोड और ग्रांट रोड स्टेशन के बीच हैं। पश्चिम रेलवे के सूत्रों के अनुसार इन दोनों स्टेशनों के बीच चार स्ट्रक्चर पर कार्रवाई करने के लिए फरवरी २०२२ को भी पत्र लिखा गया है।
म्हाडा के अधिकार क्षेत्र में कमला निवास, अनुबेन निवास, हंसराज बिल्डिंग और ज्योति स्टूडियो नाम के इन स्ट्रक्चर पर एक्शन लेने की बात पत्र में कही गई है। मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मानसून की तैयारियों के दौरान हर तरह की बातों पर ध्यान रखा जाता है। ट्रैक पर किसी तरह की दुर्घटना न हो इसका विशेष ख्याल रखा जाता है।
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि इस दौरान ट्रैक से सटे सभी स्ट्रक्चर जिससे खतरा हों उन पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखे जाते हैं। उनसे ये भी पूछा जाता है कि खतरनाक हिस्से को गिराने के लिए यदि किसी प्रकार का ब्लॉक चाहिए, तो सूचित करें। रेलवे ने बताया कि खतरनाक इमारतों को मनपा भी नोटिस देती है।
कार्रवाई के नाम पर लाइट पानी का कनेक्शन काटा जा सकता है लेकिन लोगों को निकाला नहीं जा सकता है। इसी कारण बारिश में जब शहर में इमारतें गिरती हैं, तब जनहानि भी होती है। इन घटनाओं में सामने आता है कि मनपा द्वारा इमारतों को खतरनाक घोषित किया गया था।
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