अस्थिर सीमाओं की विरासती चुनौतियां हमें परेशान करती रहेंगी - सेना प्रमुख
The legacy challenges of unstable borders will continue to haunt us - Army Chief
13.jpg)
इसलिए हमें चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षा और आर्थिक प्रगति में गहरा संबंध हैं। एक सुरक्षित वातावरण घरेलू और विदेशी निवेश के लिए आवश्यक स्थिरता प्रदान करता है और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक घटनाक्रमों का भविष्य में असर देखने को मिलेगा। रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास जंग राष्ट्रों के बीच संबंध नए सिरे से परिभाषित करेंगी और आने वाले दशकों में विश्व राजनीति को एक नया रंग देंगी।
नई दिल्ली : थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि अस्थिर सीमाओं की हमारी विरासती चुनौतियां हमें परेशान करती रहेंगी। उन्होंने सेना को उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य और सुरक्षा चुनौतियों के बारे में जागरूक रहने की जरूरत पर जोर दिया। कहा कि, सशस्त्र बलों को ''अप्रत्याशित की उम्मीद'' कहावत पर खरा उतरने की जरूरत है।
नागपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बातें कहीं। जनरल पांडे की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच आई है। विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए सेनाध्यक्ष ने कहा कि इंडो-पैसिफिक में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक डोमेन में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
इसलिए हमें चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षा और आर्थिक प्रगति में गहरा संबंध हैं। एक सुरक्षित वातावरण घरेलू और विदेशी निवेश के लिए आवश्यक स्थिरता प्रदान करता है और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक घटनाक्रमों का भविष्य में असर देखने को मिलेगा। रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास जंग राष्ट्रों के बीच संबंध नए सिरे से परिभाषित करेंगी और आने वाले दशकों में विश्व राजनीति को एक नया रंग देंगी।
Today's E Newspaper
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List