महाराष्ट्र : महायुति सरकार में रायगढ़ जिले के पालक मंत्री पद को लेकर घमासान
Maharashtra: Ruckus over the post of guardian minister of Raigad district in Mahayuti government
महाराष्ट्र की महायुति सरकार में रायगढ़ जिले के पालक मंत्री पद को लेकर घमासान मच गया है। शनिवार को हुई पालक मंत्रियों की घोषणा के दौरान यहां से अजित पवार की एनसीपी से मंत्री अदिति तटकरे की ‘लॉटरी’ लगना उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए मुसीबतों का सबब बन गया है। शिंदे की शिवसेना के मंत्री भरत गोगावले और उनके समर्थकों को रास नहीं आ रहा है।
मुंबई: महाराष्ट्र की महायुति सरकार में रायगढ़ जिले के पालक मंत्री पद को लेकर घमासान मच गया है। शनिवार को हुई पालक मंत्रियों की घोषणा के दौरान यहां से अजित पवार की एनसीपी से मंत्री अदिति तटकरे की ‘लॉटरी’ लगना उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए मुसीबतों का सबब बन गया है। शिंदे की शिवसेना के मंत्री भरत गोगावले और उनके समर्थकों को रास नहीं आ रहा है।
रविवार को मंत्री भरत गोगावले के 38 समर्थकों ने अदिति तटकरे का पालकमंत्री बनाने के विरोध में डीसीएम शिंदे को अपना इस्तीफा भेज दिया। इसी तरह गोगावले समर्थकों ने मुंबई गोवा महामार्ग को लगभग दो घंटे तक जाम कर दिया। इस दौरान आंदोलनकारी शिवसैनिक अपनी ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे।
आंदोलनकारियों ने सड़क पर टायर जलाए तथा अजित की एनसीपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुनील तटकरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। आंदोलनकारियों को हटाने और यातायात पुन: बहाल करवाने के लिए पुलिस की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
रायगढ़ का पालकमंत्री बनना चाहते थे गोगावले
मंत्री भरत गोगावले रायगढ़ जिले का पालकमंत्री बनना चाहते थे। वह बार-बार दावा कर रहे थे कि पालकमंत्री का पद उन्हें ही मिलेगा। दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी से मंत्री अदिति तटकरे ने भी पालकमंत्री पद पर दावा ठोंका था। पालकमंत्रियों की घोषणा के दौरान निर्णय अदिति के पक्ष में गया।
एक महीने चली रस्साकशी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में वोटरों ने ऐतिहासिक जनादेश बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी के गठबंधन महायुति के पक्ष में आया। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महायुति सरकार 2.0 का गठन भी हो गया है। लेकिन महायुति में सब कुछ ठीक नहीं होने जैसी घटनाएं बार-बार घटित हो रही हैं।
ऐसा ही पालकमंत्रियों की घोषणा के बाद फिर से देखने को मिल रहा है। खासकर रायगढ़ जिले का पालकमंत्री पद के अजित की एनसीपी के हिस्से में जाने कारण महायुति में घमासान मच गया है। महायुति में शामिल एकनाथ शिंदे की शिवसेना में नाराजगी देखने को मिल रही है। उनकी पार्टी में इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है। तो वहीं अपने नेता को पालक मंत्री पद नहीं मिलने से समर्थक अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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