राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा एमवीए सरकार के कुछ प्रमुख फैसलों ने कोविड-19 महामारी के मामलों को कम करने में मदद की

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा एमवीए सरकार के कुछ प्रमुख फैसलों ने कोविड-19 महामारी के मामलों को कम करने में मदद की

NCP chief Sharad Pawar said some major decisions of the MVA government helped reduce the incidence of Kovid-19 epidemic.

Read More नागपुर हिंसा: सोशल मीडिया पर 140 से अधिक आपत्तिजनक सामग्री की पहचान

Rokthok Lekhani

Read More मुंबई: मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देखने वाले मुंबई-पुणे बस चालक बर्खास्त 

Read More लातूर नगर निगम पर 2.63 करोड़ रुपये का गैर-कृषि कर बकाया; यशवंतराव चव्हाण कॉम्प्लेक्स सील 

,

Read More नवी मुंबई: माथाडी कामगारों के घरों को तोड़ने की कोशिश करेंगे;  तो उन्हें उनके घरों में घुसकर मारा जाएगा - नरेंद्र पाटिल 

पुणे : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इसके द्वारा लिए गए ‘‘कुछ महत्वपूर्ण फैसलों’’ ने कोविड​​-19 मामलों को कम करने में मदद की। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि चीजें सामान्य हो जायेंगी और महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ जाएगी।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने संकेत दिया है कि वह पेट्रोल और डीजल पर केंद्र के उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद ईंधन की कीमतों में लोगों को राहत देगी, लेकिन अगर केंद्र सरकार राज्य को जीएसटी मुआवजे का भुगतान करती है तो वह ऐसा करने की स्थिति में होगी।

पवार पुणे जिले के बारामती स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। दिवाली के मौके पर वह अपने परिवार के सदस्यों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए अपने आवास पर थे। पिछले साल कोविड-19 महामारी के कारण पवार परिवार ने बारामती में दिवाली का उत्सव नहीं मनाया था।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल, कोविड-19 के कारण, हमें कुछ मानदंडों का पालन करना पड़ा, लेकिन अब देश में कोविड-19 का खतरा धीरे-धीरे कम हो रहा है। जहां तक महाराष्ट्र का सवाल है, राज्य सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिसके परिणामस्वरूप हम देख रहे हैं कि कोरोना वायरस रोगियों की संख्या घट रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस साल भी, परिवार इस बात को लेकर असमंजस में था कि दीपावली हमेशा की तरह मनाई जाए या नहीं, लेकिन लोगों और सहयोगियों ने जोर देकर कहा कि हम बारामती में दिवाली मनाएं और आश्वासन दिया कि वे सभी कोविड-19 मानदंडों का पालन करेंगे। आज सैकड़ों लोग, पार्टी के कार्यकर्ता आए और अनुशासित तरीके से दिवाली की बधाई दी।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कोरोना वायरस की स्थिति में और सुधार होगा। पवार ने कहा, ‘‘हम खतरे से बाहर आ रहे हैं… मुझे यकीन है कि हम वापस सामान्य हो जाएंगे और महामारी के दौरान हुए नुकसान की भरपाई कर पायेंगे और हम अर्थव्यवस्था को बहाल करने में सक्षम होंगे। सभी लोगों और मुझे यकीन है कि हम नई उम्मीद के साथ फिर से शुरुआत करने में सफल होंगे।’’

ईंधन की कीमतों पर केंद्र द्वारा दी गई राहत पर और यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार लोगों को कुछ राहत देगी, पवार ने कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर राज्य सरकार से बात करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने संकेत दिया है कि वह निश्चित रूप से राहत प्रदान करेगी, लेकिन केंद्र को जीएसटी मुआवजे का भुगतान करना चाहिए और अगर यह दिया जाता है तो ही लोगों के पक्ष में निर्णय लेना संभव होगा।’’

केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमशः पांच रुपये और 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की, ताकि दरों को अपने उच्चतम स्तर से नीचे लाने में मदद मिल सके।

उनके भतीजे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार परिवार की दिवाली पार्टी में मौजूद नहीं थे।

इस बारे में पूछे जाने पर राकांपा प्रमुख ने कहा कि डॉक्टरों ने संकेत दिया है कि अजित पवार में कोविड-19 के लक्षण हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज सुबह उनकी जांच की गई और रिपोर्ट आनी बाकी है। एहतियात के तौर पर, हमने कोई जोखिम नहीं लेने का फैसला किया और इसलिए उन्होंने कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला किया।’’

महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में पूछे जाने पर, पवार ने कहा कि मजदूर संघों के मुख्य पदाधिकारियों ने मुलाकात की और उनसे कहा कि वे हड़ताल पर आगे नहीं बढ़ना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे कहा कि वे दिवाली के दौरान लोगों को कोई असुविधा में नहीं डालना चाहते हैं, लेकिन कुछ लोगों (एसटी कार्यकर्ताओं) ने हड़ताल जारी रखने का कड़ा रुख अपनाया है।’’ पवार ने कहा कि 80-85 प्रतिशत एसटी बस लोगों को सेवाएं प्रदान कर रही हैं और केवल 15 से 20 प्रतिशत ही सड़कों से नदारद हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन लोगों से अपील करता हूं जो अभी भी हड़ताल पर हैं। यहां तक कि अदालत ने भी एक रूख लिया है और उन्हें हड़ताल नहीं करने को कहा है। मुझे लगता है कि उन्हें (कर्मचारियों को) अदालत के फैसले का सम्मान करना चाहिए और (हड़ताल के) मुद्दे को समाप्त करना चाहिए।’’

Post Comment

Comment List

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media

Latest News

नई दिल्ली : जिनका विवेक बुद्धि जागृत है वो बिल को समर्थन देंगे - मुख्यमंत्री फडणवीस  नई दिल्ली : जिनका विवेक बुद्धि जागृत है वो बिल को समर्थन देंगे - मुख्यमंत्री फडणवीस 
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 बिल पर लोकसभा में चर्चा जारी है. केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में इस...
मुंबई : एक्टर सैफ अली खान पर हमला; आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम ने दावा किया झूठा मामला दर्ज किया गया
मुंबई : 'गंगा का जल शुद्ध है, पर क्या आपके विचार शुद्ध हैं?' - समाधान सरवणकर 
मुंबई : उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में कॉमेडियन कुणाल कामरा को तीसरा समन जारी
पुणे : लड़का न पसंद आने पर लड़की ने करा दी हत्या 
बेंगलूरु : मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने उत्तर कर्नाटक में पेयजल की जरूरतों को पूरा करने के लिए नदी में पानी छोड़ने का किया अनुरोध 
मुंबई से दुबई सिर्फ 2 घंटे में ; अंडर वाटर रेल लिंक 

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media