liters
Mumbai 

मीरा भायंदर में पानी लीकेज से रोज हजारों लीटर पानी की बर्बादी...

मीरा भायंदर में पानी लीकेज से रोज हजारों लीटर पानी की बर्बादी... मीरा भायंदर शहर एक विकसित शहर है यहां पर हर शहरी सुविधा उपलब्ध है परन्तु आज भी इस शहर में पानी की दिक्कत है। पहले यह शहर गांव था धीरे-धीरे विकास की गति पकड़ी और यह गांव से शहर में तब्दील हो गया। शहर बनने के बाद यहां की आबादी भी बढ़ी परन्तु यहां की आबादी के हिसाब से यहां पर पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण इस शहर मे आज भी पानी की समस्या बरकरार है।
Read More...
Mumbai 

पवई के आरे कॉलोनी में पानी की बड़ी पाइप फटने से हजारों लीटर पानी बर्बाद... सप्लाई प्रभावित

पवई के आरे कॉलोनी में पानी की बड़ी पाइप फटने से हजारों लीटर पानी बर्बाद... सप्लाई प्रभावित बीएमसी के जल विभाग ने जानकारी दी है कि "इन मुख्य लाइनों के अलग-थलग होने के कारण के/ई वार्ड, एच/ई वार्ड बेहराम पाड़ा और बांद्रा रेलवे टर्मिनस की आपूर्ति और जी/एन वार्ड प्रभावित होंगे।" बीएमसी के बयान में कहा गया है कि, "पवई एंकर ब्लॉक के पास तानसा (पश्चिम) मुख्य लाइन पर 1800 मिमी व्यास पर भारी रिसाव हुआ। उपचारित पानी की बर्बादी से बचने के लिए वाल्व को तुरंत बंद कर दिया गया है। पवई एबी से मरोशी सुरंग शाफ्ट तक अलगाव की आवश्यकता है।"
Read More...
Mumbai 

कल्याण में बरावे जल शुद्धिकरण केंद्र का पाइप लाइन फटा... सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद

कल्याण में बरावे जल शुद्धिकरण केंद्र का पाइप लाइन फटा... सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद कल्याण पूर्व, पश्चिम शहर को जलापूर्ति करने वाली बरावे जल शुद्धिकरण केंद्र की पानी की पाइप मंगलवार की रात शहाड में फट गयी. चैनल फटने से सैकड़ों लीटर पानी बह गया। जलधारा के पास का क्षेत्र बाढ़ग्रस्त हो गया। कल्याण डोंबिवली नगर पालिका के जल आपूर्ति विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर गए और मरम्मत कार्य की योजना बनाई।
Read More...
Mumbai 

नवी मुंबई में लापरवाही से बर्बाद हुआ लाखों लीटर पानी, कर्मचारियों की उड़ी नींद 

नवी मुंबई में लापरवाही से बर्बाद हुआ लाखों लीटर पानी, कर्मचारियों की उड़ी नींद  नवी मुंबई के कोपरखैरणे में जल आपूर्ति कर्मचारी रात में सो गए और ठीक उसी समय मुख्य वाल्व टूट गया। इससे तीन टंकी कार्यालय के पास बनी चाली में लाखों लीटर पानी घुस गया। इस जगह पर बाढ़ जैसे हालात थे। कुछ निवासी जल आपूर्ति कार्यालय गए और कर्मचारियों को जगाया। फिर पानी बंद कर दिया गया, लेकिन सुबह 11 बजे तक पानी की निकासी नहीं हुई। कोपरखैरणे को पानी की आपूर्ति करने वाले तीन टैंक कार्यालयों में जल आपूर्ति कर्मचारी 24 घंटे बारी-बारी से (शिफ्ट के अनुसार) मौजूद रहते हैं।
Read More...

Advertisement