राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने प्रतिक्रिया की व्यक्त ... नए चुनाव चिह्न का नहीं होता है खास परिणाम
NCP President Sharad Pawar reacted, expressed… the new election symbol does not have a special result

शिवसेना का संविधान लोकतंत्र विरोधी है, ऐसा चुनाव आयोग ने उल्लेख किया है। चुनाव आयोग के इस निर्णय पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कल मीडिया से बातचीत करते हुए शरद पवार ने चुनाव आयोग के फैसले पर कहा कि इस पर अधिक नहीं बोलना है। ऐसा ही मामला कांग्रेस के साथ भी हुआ था।
मुंबई : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना नाम और चुनाव चिह्न मिल गया है। चुनाव आयोग ने यह निर्णय दिया है। शिवसेना का संविधान लोकतंत्र विरोधी है, ऐसा चुनाव आयोग ने उल्लेख किया है। चुनाव आयोग के इस निर्णय पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कल मीडिया से बातचीत करते हुए शरद पवार ने चुनाव आयोग के फैसले पर कहा कि इस पर अधिक नहीं बोलना है। ऐसा ही मामला कांग्रेस के साथ भी हुआ था।
कांग्रेस के हाथ से चुनाव चिह्न ‘गाय बछड़ा’ चला गया था। नाम भी फ्रीज कर दिया था। कांग्रेस ने ‘हाथ’ चुनाव चिह्न लिया और लोगों ने स्वीकार किया। ऐसे निर्णय से बहुत बड़ा प्रभाव पार्टी और संगठन पर नहीं पड़ता है। बहुत अधिक महीने-पंद्रह दिन चर्चा होगी, पार्टी कभी समाप्त नहीं होती, यह निरंतर आगे बढ़ती रहती है, ऐसा शरद पवार ने कहा।
`शिवसेना और ठाकरे कभी अलग नहीं हो सकते’—बालासाहेब थोरात
चुनाव आयोग ने भले ही कोशिश कर ली, लेकिन महाराष्ट्र की जनता मूर्ख नहीं है। जनता राजनीति को अच्छे से समझती है। चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है और उसके स्तर में भी गिरावट आई है। इस संस्था पर राजनीति का दबाव है और यह एक राजनीतिक फैसला है, इन शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात ने व्यक्त की।
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