मीठी नदी का कीचड़ निकालने तीन शिफ्ट में चल रहा काम...
Work is going on in three shifts to remove the mud of Mithi river.
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मुंबई में तेज बारिश होती है और समुद्र में हाई टाइड आने पर पानी के बहाव में रुकावटें आती हैं। इससे शहर में जलभराव हो जाता है। कभी-कभी नदी के किनारे के निवासियों को स्थानांतरित करने का समय भी होता है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा कीचड़ निकालने की कोशिश की जा रही है।
मुंबई : वर्ष 2005 की पुनरावृत्ति रोकने के लिए मनपा कमर कस ली है। मनपा प्रशासन ने मीठी नदी का कीचड़ निकालने के लिए ठेकेदार तीन पालियों में दिन-रात काम कर रहे हैं. इसके अलावा कीचड़ निकालने के लिए मशीनरी बढ़ा दी गई है. कीचड़ ढोने वाले डंपर एक दिन में 300 चक्कर लगा रहे हैं।
वर्तमान में प्रतिदिन करीब 4500 मीट्रिक टन कीचड़ निकाला जा रहा है। मनपा प्रशासन ने विश्वास जताया है कि मानसून से पहले मीठी नदी की सफाई का काम पूरा हो जाएगा। अभी तक 50 प्रतिशत कीचड़ निकाला जा चुका है।
मीठी नदी जो मुंबई कि भांडुप फ़िल्टर पाड़ा-विहार तलाव से निकलती है. ,यह मुंबई की एक महत्वपूर्ण नदी है। वर्ष 2005 में आई प्रलयकारी बाढ़ के दौरान मीठी नदी परिसर सबसे अधिक नुकसान हुआ था जिसमे जानमाल का भी नुकसान हुआ था। मनपा हर साल मानसून पूर्व मीठी नदी की सफाई पर विशेष ध्यान देती है।
मीठी नदी पूर्वी उपनगर आरे कॉलोनी, कुर्ला, बांद्रा के क्षेत्र से होकर 17.80 किमी दूरी तक बहती है और माहिम खाड़ी के पास समुद्र में मिल जाती है। मनपा बारिश के दौरान हाई टाइड के समय मीठी नदी में होने वाले उफ़ान के दौरान समुद्र का पानी शहर में आ जाता है जो कि बारिश के समय बड़ी हानि होने की अधिक संभावना बनी रहती है इसी समस्या से निपटने के लिए मनपा मानसून पूर्व नदी की सफाई करती है।
मीठी नदी का कीचड़ हटाकर पानी समुद्र में किस तरह सरलता से जाए इसको लेकर मनपा कठोर कार्रवाई करती है। कीचड़ निकालने के लिए मनपा नीदरलैंड की टक्सचर एम्फिबियस मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है और तैरते कचरे को हटाने के लिए स्वीडन की सिल्ट पुशर मशीन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
नदी से निकाला गया कीचड़ को हटाने की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार पर तय की गई है और सफाई के बाद कीचड़ को वजन के हिसाब से पैसे का भुगतान किया जा रहा है।
मुंबई में तेज बारिश होती है और समुद्र में हाई टाइड आने पर पानी के बहाव में रुकावटें आती हैं। इससे शहर में जलभराव हो जाता है। कभी-कभी नदी के किनारे के निवासियों को स्थानांतरित करने का समय भी होता है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा कीचड़ निकालने की कोशिश की जा रही है।
मीठी नदी के बहाव को रोकने के लिए 28 जगहों पर मजबूत सुरक्षात्मक दीवार (फ्लड गेट) बनाकर मुंबई को मीठी नदी की बाढ़ से मुक्त किया जा रहा है. कीचड़ हटाने के लिए तीन ठेकेदारों को दो साल का ठेका दिया गया है। मनपा ने इसके लिए 83 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
ऐसे हुई है अब तक नाला सफाई
शहरी भाग - 59.91 प्रतिशत
पूर्व उपनगर - 73.77 प्रतिशत
पश्चिम उपनगर - 70.14 प्रतिशत
मीठी नदी - 49.28 प्रतिशत
कुल - 64.48 प्रतिशत
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