बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर महाराष्ट्र में गरमाई राजनीति...
Politics heated up in Maharashtra on the statement of Bihar Chief Minister Nitish Kumar...
पत्रकारों से बातचीत में नीतीश ने कहा, ‘‘मुझे आज पता चला है कि मैंने कल जो कुछ कहा था वह कई लोगों को पसंद नहीं आया. मेरा इरादा महिला सशक्तीकरण पर मेरी सरकार के जोर और जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं के बीच साक्षरता में सुधार की भूमिका को उजागर करना था. हालांकि, अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफी मांगता हूं और अपने शब्द वापस लेता हूं.’’
महाराष्ट्र : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर महाराष्ट्र की राजनीति में भी गरमाहट देखी जा रही है. अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "उन्हें (नीतीश कुमार) बिहार की जनता को उत्तर देना चाहिए. आपके दिमाग में कितनी गंदगी है, उसे अपने घर तक सीमित रखें. आपके विचार स्पष्ट तरीके से दिखाई दिए, जिस तरह से आपने महिलाओं और बेटियों के बारे में कहा है. आपको बिहार की महिलाओं के साथ-साथ पूरे देश की महिलाओं और बेटियों को न्याय दिलाने की बात करनी चाहिए. इस देश की बेटियों को आपका राजीनामा चाहिए, आपका माफीनामा नहीं चाहिए.
सीएम नीतीश ने मांगी माफी - बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दिन पहले जनसंख्या को नियंत्रित करने में महिला शिक्षा के महत्व से जुड़ी अपनी टिप्पणी के लिए बुधवार को विधानमंडल के दोनों सदनों के साथ-साथ इसके बाहर भी माफी मांगी. विधानसभा परिसर में नीतीश के पहुंचने पर बीजेपी विधायक ने हाथों में तख्तियां लेकर उनके बयानों की निंदा की और उनके इस्तीफे की भी मांग की. पत्रकारों से बातचीत में नीतीश ने कहा, ‘‘मुझे आज पता चला है कि मैंने कल जो कुछ कहा था वह कई लोगों को पसंद नहीं आया. मेरा इरादा महिला सशक्तीकरण पर मेरी सरकार के जोर और जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं के बीच साक्षरता में सुधार की भूमिका को उजागर करना था. हालांकि, अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफी मांगता हूं और अपने शब्द वापस लेता हूं.’’
विपक्षी सदस्य यह आरोप लगाते हुए नारे लगा रहे कि मुख्यमंत्री ‘मानसिक रोगी’ हो गए हैं, इसलिए वह बिहार पर शासन करने के लिए अयोग्य हैं. सदन में मौजूद नीतीश अपनी सीट पर खड़े हुए और कहा, ‘‘मैंने बाहर पत्रकारों से कहा कि अगर मेरे शब्द आपत्तिजनक लगे तो मैं माफी मांगने के लिए तैयार हूं. अगर मेरी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो मैं अपनी बात को वापस लेता हूं. भले ही मेरा आशय कोई अपराध करना नहीं था, लेकिन मैं खुद अपनी निंदा करता हूं. आपने (विपक्षी सदस्यों) कहा कि मुख्यमंत्री शर्म करें, मैं ना सिर्फ शर्म कर रहा हूं, मैं इसके लिए दुख प्रकट कर रहा हूं. मैं महिलाओं का पक्षधर रहा हूं.’’
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