महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पूर्व नेता वसंत मोरे ने शिवसेना-यूबीटी कर ली ज्वाइन...
Former Maharashtra Navnirman Sena leader Vasant More joined Shiv Sena-UBT...

वसंत मोरे को बीजेपी के मुरलीधर मोहोल ने पुणे सीट से हराया है. मोरे को केवल 32,012 वोट मिले थे और वह अपना डिपॉजिट गंवा बैठे थे. जबकि मुरलीधर मोहोल को जीतने के बाद बीजेपी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया है. वसंत मोरे ने 12 मार्च को मनसे छोड़ दी थी. वह 18 साल तक इस पार्टी में रहे थे.
मुंबई : वसंत मोरे ने गुरुवार को उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना-यूबीटी ज्वाइन कर ली. उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी से लड़ा था. उन्हें पुणे से प्रत्याशी बनाया गया था, हालांकि उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा था. वसंत मोरे पहले राज ठाकरे की एमएनएस में थे.
मार्च में ही एमएनएस छोड़ी थी. उद्धव ठाकरे और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने वसंत मोरे का स्वागत किया. एक दिन पहले ही संजय राउत ने कहा था कि वसंत मोरे शिवसेना-यूबीटी जवाइन करेंगे. वसंत मोरे ने शिवसेना-यूबीटी ज्वाइन करने की तस्वीर शेयर करते हुए 'एक्स' पर लिखा, ''जय महाराष्ट्र'.
वसंत मोरे को बीजेपी के मुरलीधर मोहोल ने पुणे सीट से हराया है. मोरे को केवल 32,012 वोट मिले थे और वह अपना डिपॉजिट गंवा बैठे थे. जबकि मुरलीधर मोहोल को जीतने के बाद बीजेपी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया है. वसंत मोरे ने 12 मार्च को मनसे छोड़ दी थी. वह 18 साल तक इस पार्टी में रहे थे.
वसंत मोरे ने तब पार्टी की आंतरिक राजनीतिक को अपने इस्तीफे की वजह बताई थी. वसंत मोरे ने जब इस्तीफा दिया था तब उनकी एक तस्वीर भी खूब वायरल हुई थी जिसमें वह राज ठाकरे की तस्वीर के आगे दंडवत करते दिख रहे थे और कहा था, ''साहेब मुझे माफ कर दीजिएगा.''
मोरे राजनीति में तात्या के नाम से लोकप्रिय हैं. मोरे अपने राजनीतिक करियर में पुणे शहर के नगर अध्यक्ष, पुणे नगर निगम में कात्रज क्षेत्र के नगरसेवक के रूप में काम कर चुके हैं. वसंत मोरे ने 2012 से 2013 तक पुणे नगर निगम में विपक्ष के नेता के रूप में भी काम किया है. उन्हें पहली बार फरवरी 2007 में पुणे शहर के कात्रज क्षेत्र से नगरसेवक चुना गया था. फिर वह तब से 2012 और 2017 में दो बार चुने गए हैं.
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