मुंबई / एमएसआरटीसी कर्मियों की हड़ताल; गणेशोत्सव के लिए कोकण जाने वाले यात्रियों में अफरा-तफरी
MSRTC workers go on strike; passengers travelling to Konkan for Ganeshotsav face chaos
मुंबई : गणेशोत्सव के लिए कोकण जाने वाले यात्रियों में अफरा-तफरी मची है। मंगलवार को जो लोग बस डिपो पहुंचे थे, उन्हें महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) कर्मियों की हड़ताल का सामना करना पड़ा। हालांकि, मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा, लेकिन कल्याण और विट्ठलवाडी बस डिपो पूरी तरह बंद रहे। 11 यूनियनों ने हड़ताल बुलाई थी। जिसमें राज्यभर के कर्मचारी शामिल हुए।
मुंबई : गणेशोत्सव के लिए कोकण जाने वाले यात्रियों में अफरा-तफरी मची है। मंगलवार को जो लोग बस डिपो पहुंचे थे, उन्हें महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) कर्मियों की हड़ताल का सामना करना पड़ा। हालांकि, मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा, लेकिन कल्याण और विट्ठलवाडी बस डिपो पूरी तरह बंद रहे। 11 यूनियनों ने हड़ताल बुलाई थी। जिसमें राज्यभर के कर्मचारी शामिल हुए। राज्य के 251 बस डिपो में से 59 बुरी तरह से प्रभावित हुए, जिनमें मुंबई से सटे कल्याण और विठलवाडी भी शामिल हैं। हड़ताल के कारण 15 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान जताया गया है। इंडस्ट्रियल कोर्ट ने हड़ताल को अवैध करार देते हुए कर्मचारियों को तुरंत काम पर लौटने का आदेश दिया है। सूत्रों का कहना है कि हड़ताल बुधवार को भी जारी रह सकती है।
11, 943 सेवाएं हुईं रद्द
22,389 सेवाओं में से 11,943 सेवाएं रद्द रहीं। दिनभर में लगभग 50 फीसदी बस सेवाएं प्रभावित हुईं। मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई डिपो में सेवाएं चालू थी, लेकिन बसें देरी से आने की वजह से डिपो में भीड़ हो गई थी। सुबह केवल चार बसें मुरुड, गुहागर और भिवंडी के लिए कल्याण और विट्ठलवाडी डिपो से निकलीं। इससे यात्रियों को काफी असुविधा हुई।
यात्रियों की आपबीती
डोंबिवली निवासी रमेश जाधव, पत्नी के साथ गणेशोत्सव के लिए कोकण वाले थे। वह विट्ठलवाडी डिपो पहुंच गए, लेकिन वहां जाकर उन्हें निराशा हाथ लगी। उन्होंने बताया कि जब वह पत्नी के साथ एसटी डिपो पहुंचे, तो हड़ताल के बारे में पता चला। एक घंटे तक इंतजार करने के बाद जब बसों के शुरू होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आई, तो वह निराश होकर घर लौट गए। वहीं, ठाणे निवासी सुनील देसाई ने कहा, 'हम गृहनगर में त्योहार की तैयारियों को मिस नहीं कर सकते, इसलिए हमने वैकल्पिक सेवाओं का चयन करने का निर्णय लिया है।' पनवेल डिपो मंगलवार को चालू था। हालांकि, बसों के आगमन और प्रस्थान में देरी से यात्रियों में घबराहट पैदा हो गई थी। चिपलून निवासी किशोर राउत (45) ने कहा, 'मुझे गंतव्य के लिए बस पकड़ने के लिए एक घंटे से अधिक इंतजार करना पड़ा।'
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