महाराष्ट्र में अजित पवार के कदमों से सनसनी... अटकलों के बीच उप-मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
Ajit Pawar's actions create sensation in Maharashtra... What did the Deputy Chief Minister say amid speculations?
एनसीपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और राज्य अध्यक्ष सुनील तटकरे भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे. एनसीपी ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को कहा, "अजित पवार आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में एक बड़ी घोषणा करेंगे." महाराष्ट्र में ऐसी अटकलें हैं कि पवार सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन से बहुत खुश नहीं हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस किसी बड़े राजनीतिक नेता के पार्टी में शामिल होने से संबंधित हो सकती है.
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में अगले हफ्ते विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है. इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार के कदमों ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. दरअसल, आज अजित पवार राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के रुख को लेकर चल रही अटकलों पर अपना रुख साफ करेंगे.
एनसीपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और राज्य अध्यक्ष सुनील तटकरे भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे. एनसीपी ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को कहा, "अजित पवार आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में एक बड़ी घोषणा करेंगे." महाराष्ट्र में ऐसी अटकलें हैं कि पवार सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन से बहुत खुश नहीं हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस किसी बड़े राजनीतिक नेता के पार्टी में शामिल होने से संबंधित हो सकती है.
इससे पहले अजित पवार ने नासिक में एक कार्यक्रम में कहा, ''महायुति की सरकार लानी है. जहां घड़ी निशान दिखे वहां घड़ी, जहां तीर धनुष बटन (शिवसेना चुनाव चिह्न) रहे वहां तीर धनुष और जहां कमल निशान बटन हो, वहां कमल बटन दबाकर महायुति को जिताना है.'' उन्होंने कहा, ''हम जीतकर आए तो योजनाएं जारी रहेगी. मैं देखता हूं, कौन योजना का लाभ रोकता है. विरोधियों को मुझे जो गाली देनी है मुझे दीजिए, लेकिन लाड़ली बहना योजना से बहनों को लाभ मिल रहा है. कृपया करके भ्रम और अफवाह नहीं फैलाएं.''
क्या है अटकलें?
महाराष्ट्र में अटकलें हैं कि अजित पवार बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से हाथ मिलाए बिना विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र रूप से लड़ सकते हैं. दावा है कि पवार और शिंदे के बीच पिछले कुछ समय से तनाव चल रहा है.
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में मिली हार के बाद कई मौकों पर बीजेपी नेताओं ने स्वीकार किया कि अजित पवार की वजह से उन्हें नुकसान हुआ है. उनका दावा है कि वह पार्टी के लिए वोट नहीं जोड़ सके.
सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्री अजित पवार ने राज्य सरकार से फंडिंग या लोन गारंटी मांगने वाले कई कैबिनेट प्रस्तावों पर नकारात्मक टिप्पणी की है.
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को शिंदे कैबिनेट की बैठक से अजित पवार जल्दी निकल गए. इस बैठक में 38 महत्वपूर्ण फैसले लिए गए.
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