वसई: खैर तस्करी पर मांडवी वन विभाग की कार्रवाई, 768 नग खैर जब्त
Vasai: Mandvi forest department takes action against khair smuggling, 768 pieces of khair seized
मांडवी वन विभाग ने नालासोपारा पूर्व के पेल्हार स्थित एक गोदाम में छिपाकर खैर की लकड़ी की तस्करी का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में वन विभाग द्वारा 768 नग खैर की लकड़ी और तस्करी में प्रयुक्त वाहन जब्त किये गये हैं. वनपाल संदीप चौरे को गुप्त सूचना मिली कि नालासोपारा पूर्व के पेल्हार स्थित गोदाम क्रमांक 305 में खैर की लकड़ी का भंडारण और तस्करी की जा रही है।
वसई: मांडवी वन विभाग ने नालासोपारा पूर्व के पेल्हार स्थित एक गोदाम में छिपाकर खैर की लकड़ी की तस्करी का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में वन विभाग द्वारा 768 नग खैर की लकड़ी और तस्करी में प्रयुक्त वाहन जब्त किये गये हैं. वनपाल संदीप चौरे को गुप्त सूचना मिली कि नालासोपारा पूर्व के पेल्हार स्थित गोदाम क्रमांक 305 में खैर की लकड़ी का भंडारण और तस्करी की जा रही है।
इसी गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम ने सोमवार की रात गोदाम पर छापेमारी की. इस समय पता चला कि खैरानी की लकड़ी भरने का काम चल रहा है। इसमें खैर परिवहन कर रहे आरोपी को गिरफ्तार कर माल जब्त कर लिया गया है। इस आरोपी का नाम धनंजय महाडिक है और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इसमें लाखों रुपए मूल्य की 768 नग लकड़ी और 2 ट्रांसपोर्ट टेंपो जब्त किए गए हैं। उक्त कार्रवाई दहानू उप वन संरक्षक दिवाकर भावसे, सहायक व संरक्षक शेख, वन क्षेत्रपाल मांडवी संदीप चौरे व वन कर्मियों ने की है.
वसई तालुक के जंगलों में खैरजती की लकड़ी बड़ी मात्रा में उपलब्ध है। चूंकि इस लकड़ी का उपयोग गुटखा और कात बनाने में किया जाता है, इसलिए बाजार में इस लकड़ी की ऊंची कीमत मिलती है। इसलिए इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में खैर तस्करी की घटनाएं हो रही हैं, हालांकि आरोपी अक्सर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग जाते हैं। हालांकि, वन अधिकारियों का कहना है कि खैर तस्करी करने वाले गिरोह की जांच की जाएगी क्योंकि इसी गोदाम में हुई कार्रवाई में आरोपी पकड़े गए हैं.
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