मुंबई में उजागर हुआ नया घोटाला... 81 लोगों से 1 करोड़ की ठगी
New scam exposed in Mumbai... 81 people cheated of 1 crore
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साइबर ठग पहले यूपीआई के जरिए लोगों के खातों में कुछ पैसे भेजते हैं। इसके बाद संबंधित यूपीआई यूजर्स को कॉल किया जाता है। आपके खाते में गलती से पैसा आ गया है। कॉल पर, वे इसे वापस करने का अनुरोध करते हैं। यूपीआई यूजर द्वारा पैसे लौटाने के बाद उसके बैंक अकाउंट की सारी डिटेल्स, केवाईसी से जुड़ी जानकारियां, आधार, पैन कार्ड की डिटेल्स चोरों के हाथ लग जाती हैं।
मुंबई : यूपीआई ने पैसे के लेनदेन को आसान बना दिया है। पिछले कुछ वर्षों में यूपीआई के माध्यम से लेनदेन की मात्रा में कई गुना वृद्धि हुई है। इतने लोगों ने कैश ले जाना बंद कर दिया। UPI से बिलिंग, खरीदारी, टिकट बुकिंग के लिए उपयोग किया जाता है। यूपीआई के साथ छुट्टियों के लिए पैसे की चिंता खत्म हो गई है। लेकिन साइबर क्राइम जैसी घटनाएं बढ़ गईं।
जालसाजों ने नए भेष बदलकर यूपीआई यूजर्स को धोखा देना शुरू कर दिया। साइबर जालसाजों ने ठगी का तरीका ढूंढ निकाला है। मुंबई में पिछले कुछ दिनों में साइबर फ्रॉड की ऐसी ही कई घटनाएं हो चुकी हैं। उपभोक्ताओं में जागरूकता की कमी और उनके द्वारा की गई गलतियों का फायदा उठाकर 81 लोगों पर एक करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है। जालसाजों ने गलती से पेमेंट न करने का दावा कर उपभोक्ताओं से लाखों रुपये ठग लिए।
साइबर ठग पहले यूपीआई के जरिए लोगों के खातों में कुछ पैसे भेजते हैं। इसके बाद संबंधित यूपीआई यूजर्स को कॉल किया जाता है। आपके खाते में गलती से पैसा आ गया है। कॉल पर, वे इसे वापस करने का अनुरोध करते हैं। यूपीआई यूजर द्वारा पैसे लौटाने के बाद उसके बैंक अकाउंट की सारी डिटेल्स, केवाईसी से जुड़ी जानकारियां, आधार, पैन कार्ड की डिटेल्स चोरों के हाथ लग जाती हैं। इसके लिए चोर एक मालवेयर का इस्तेमाल करते हैं।
इस जानकारी का इस्तेमाल कर चोर बैंक अकाउंट हैक कर सकते हैं। साइबर क्राइम विशेषज्ञ पवन दुग्गल के मुताबिक, पूरी प्रक्रिया मालवेयर फिशिंग और ह्यूमन इंजीनियरिंग का मिश्रण है। इसके कारण एंटी-मैलवेयर सिस्टम या सॉफ्टवेयर इस प्रकार की धोखाधड़ी को नहीं पकड़ सकता है। मौजूदा व्यवस्था इस तरह के अपराधों को रोकने में नाकाम है।
ऐसे में अगर साइबर जालसाजों के पास कोई कॉल आती है तो उनका ठीक से जवाब देना हमारे हाथ में है। अगर आपको किसी अनजान नंबर से रिफंड के लिए कॉल आता है तो आप रिप्लाई कर सकते हैं कि मैंने अपने बैंक को इस बारे में बता दिया है। यूपीआई के जरिए पैसे भेजकर किसी अनजान शख्स का स्क्रीनशॉट भेजने से बचें।
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