टोरेस मामला : अभी तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
Torres case: Three accused arrested so far
दादर स्थित एक पोंजी स्कीम चलाने वाली निजी कंपनी के दो निदेशकों और तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. कम से कम सात निवेशकों ने दावा किया है कि उन्होंने पोंजी स्कीम में 13.48 करोड़ रुपये गंवाए हैं. पुलिस को संदेह है कि कंपनी ने मुंबई, नवी मुंबई और मीरा भयंदर इलाकों में कई निवेशकों को ठगा है.
मुंबई : दादर स्थित एक पोंजी स्कीम चलाने वाली निजी कंपनी के दो निदेशकों और तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. कम से कम सात निवेशकों ने दावा किया है कि उन्होंने पोंजी स्कीम में 13.48 करोड़ रुपये गंवाए हैं. पुलिस को संदेह है कि कंपनी ने मुंबई, नवी मुंबई और मीरा भयंदर इलाकों में कई निवेशकों को ठगा है.
इस मामले में मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और अभी तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में महाप्रबंधक तान्या कस्तोवा, निदेशक अशोक सर्वेश सुर्वे, स्टोर प्रभारी वैलेंटिना कुमार शामिल हैं. वहीं मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया निवेशकों से मिले और न्याय दिलाने का भरोसा जताया.
मुंबई के दादर शिवाजी पार्क इलाके में टोरेस स्टोर चलाने वाली कंपनी प्लेटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. निदेशक सर्वेश अशोक सुर्वे और विक्टोरिया कोवलेंको, सीईओ तौफीक रिया उर्फ जॉन कार्टर, महाप्रबंधक तान्या कस्तोवा और स्टोर प्रभारी वैलेंटिना कुमार पर FIR दर्ज किया गया है. ये FIR सब्जी विक्रेता प्रदीप कुमार वैश्य की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता ने उनकी पोंजी स्कीम में निवेश किया था.
जून और दिसंबर 2024 के बीच आरोपियों ने एक योजना बनाई जिसमें दावा किया गया कि अगर कोई निवेशक निवेश की गई राशि के बदले उनसे मोइसैनाइट पत्थर (कीमती रत्न) खरीदता है, तो उसे हर हफ्ते 6 प्रतिशत की दर से 12% का ब्याज मिलेगा. पुलिस ने बताया कि इस ऑफर के लालच में कई लोगों ने कंपनी में पैसे जमा करवाए.
पुलिस ने अब तक कम से कम सात लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिन्होंने पोंजी स्कीम में कुल मिलाकर 13.48 करोड़ रुपये गंवाए हैं. इस पोंजी स्कीम में उनके निवेश पर 25% मासिक ब्याज देने का वादा किया गया था. पुलिस ने बताया कि निवेशकों को शुरुआत में वादे के मुताबिक नियमित ब्याज दिया गया, लेकिन 30 दिसंबर, 2024 के बाद फर्म ने निवेशकों की कॉल को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया.
किसी निवेशक ने कर्ज लेकर तो किसी निवेशक ने बीवी के गहने बेचकर ज़्यादा पैसे की लालच में निवेश किया. ठगी के शिकार इडली डोसा बेचने वाले, वेल्डिंग काम करने वाले से लेकर इलाक़े के कई व्यवसायी भी बने. पुलिस को शक है कि आरोपी ने मुंबई, नवी मुंबई और मीरा भयंदर इलाकों में कई निवेशकों को ठगा है. सोमवार के दिन दादर (पश्चिम) में जेके सावंत रोड पर टोरेस स्टोर के बाहर कई निवेशक अपने पैसे की मांग करने के लिए इकट्ठा हुए, पुलिस भीड़ को शांत करने के लिए मौके पर पहुंची.
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