केंद्रीय परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की
महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। केंद्रीय परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की है। गडकरी ने राज ठाकरे से मुलाकात ऐसे वक्त में की है, जब उन्होंने एक दिन पहले ही मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की बात कही थी। ठाकरे ने कहा था कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतार लो नहीं तो हम हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर देंगे।
राज ठाकरे और गडकरी की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कोशिश में लगे हैं। राज ठाकरे की पार्टी की महाराष्ट्र विधानसभा में एक ही विधायक है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवसेना व राकांपा के कुछ विधायक राज ठाकरे के संपर्क में हैं। इसके साथ ही कई निर्दलीय और छोटे दल भाजपा नेताओं के संपर्क में बताए जा रहे हैं। एक मंत्री ने तो कांग्रेस के 25 विधायक के भाजपा के संपर्क में होने का भी दावा किया है।
दूसरी ओर भाजपा का शिवसेना के साथ 25 साल से भी ज्यादा पुराना गठबंधन दो साल पहले टूट चुका है। ऐसे में भाजपा महाराष्ट्र में छोटे दलों को अपने साथ जोड़ सकती है। इनमें राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की बड़ी भूमिका हो सकती है।
सबसे बड़ी पार्टी होकर भी विपक्ष में है भाजपा
2019 में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव हुआ था। यहां 288 विधानसभा सीटें हैं। नतीजे आए तो भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा के 105 प्रत्याशी चुनाव जीते थे। भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ी शिवसेना दूसरी बड़ी पार्टी थी। शिवसेना के 56 प्रत्याशी चुनाव जीते। वहीं, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के 54, कांग्रेस के 44, एआईएमआईएम के दो और शिवसेना के एक प्रत्याशी की जीत हुई थी।
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