unseasonal rain
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मुंबई : बेमौसम बारिश से तालाब में आ रहा गंदा पानी... मनपा प्रशासन ने पानी उबाल कर पीने की दी सलाह

मुंबई : बेमौसम बारिश से तालाब में आ रहा गंदा पानी... मनपा प्रशासन ने पानी उबाल कर पीने की दी सलाह मनपा प्रशासन ने बेमौसम बारिश से तालाब में गंदा पानी सप्लाई होने की जानकारी दी है। मनपा प्रशासन ने मुंबई के लोगों से अपील की है कि पानी को उबाल कर पिए। मनपा के जल विभाग ने जानकारी दी है की भातसा तालाब क्षेत्र में पिछले तीन चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश से तालाब में गंदा पानी जमा हो रहा है। इसके कारण मुंबई के पूर्वी उपनगरों और शहर के ज्यादातर हिस्सों में गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
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Maharashtra 

पूरे राज्य में हुई बेमौसम बारिश; बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान

पूरे राज्य में हुई बेमौसम बारिश; बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान मुंबई: बेमौसम संकट के कारण किसानों के आंसुओं का बांध एक बार फिर टूट गया है. एक बार फिर मौसम ने कई इलाकों में बेईमानी की है. रात भर हुई बारिश से राज्य के कई जिलों में फसलें उखड़ गईं. पुणे, अहमदनगर, नंदुरबार, वाशिम, नासिक, नांदेड़ जिलों में बेमौसम बारिश से भारी नुकसान हुआ है। इस बीच, पुणे के अंबेगांव में ओलावृष्टि हुई है।
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Mumbai 

बेमौसम बरसात; २५, २६ और २७ को होगी बारिश...

बेमौसम बरसात; २५, २६ और २७ को होगी बारिश... पूरे महाराष्ट्र में बरसात होगी, कहीं कम तो कहीं ज्यादा, लेकिन लगभग पूरे महाराष्ट्र में इस बेमौसम बारिश की छाया रहेगी। इस बीच बादल गरजेंगे भी और बरसेंगे भी। मौसम विभाग के अनुसार, कहीं पर तेज बारिश होगी तो कहीं पर बूंदाबांदी भी हो सकती है। इस बेमौसम बरसात से किसानों को ज्यादा नुकसान होने की संभावना है।
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Mumbai 

किसानों पर पड़ी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार! कीमत जनता को भी भुगतनी पड़ेगी...

किसानों पर पड़ी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार! कीमत जनता को भी भुगतनी पड़ेगी... तेज हवाओं और बारिश की वजह से कहीं-कहीं गेहूं के दाने टूट गए हैं या काले पड़ गए हैं। प्रमुख उत्पादक राज्यों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की ८-१० फीसदी फसल को नुकसान होने का अनुमान है। ज्यादातर विशेषज्ञ मान रहे हैं कि आगे मौसम साफ रहा और बारिश नहीं हुई तो गेहूं का उत्पादन १०.५ करोड़ टन के करीब रह सकता है। मगर मौसम खराब रहा तो उत्पादन १० करोड़ टन के नीचे जा सकता है।
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