मुंबई सौंदर्यीकरण योजना, ७०० करोड़ रुपए खर्च
Mumbai beautification plan, Rs 700 crore spent

मुंबई, सौंदर्यीकरण योजना के अंतर्गत सड़कों का कंक्रीटीकरण, पुलों के नीचे थीम बेस एलईडी एलिमिनेशन, फुटपाथ का नूतानीकरण, सड़क के बीच डिवाइडर लगाना, ट्रैफिक आइलैंड इत्यादि का काम करने का पैâसला लिया गया था। इन सब कामों के लिए करोड़ों के फंड भी आावंटित किए गए थे।
मुंबई, सौंदर्यीकरण योजना के अंतर्गत सड़कों का कंक्रीटीकरण, पुलों के नीचे थीम बेस एलईडी एलिमिनेशन, फुटपाथ का नूतानीकरण, सड़क के बीच डिवाइडर लगाना, ट्रैफिक आइलैंड इत्यादि का काम करने का फसला लिया गया था। इन सब कामों के लिए करोड़ों के फंड भी आावंटित किए गए थे। फुटपाथ के लिए ९७ करोड़ रुपए, सड़क के लिए १४० करोड़, बांद्रा किले के आस-पास की जगह के सौंदर्यीकरण के लिए १२.५७ करोड़ रुपए और अन्य कामों के लिए ५० करोड़ की रकम आवंटित की गई थी।
सौंदर्यीकरण के अंतर्गत ही जगह जगह चौक पर अलग-अलग थीम पर मूर्तियां, एलईडी लाइट आादि लगाए गए थे। रात्रि के समय हर जगह उजाला रहे और आकर्षक दिखाई दे इसलिए बहुत सारे जगह इल्ेक्ट्रिक पोल पर एलईडी लाइट लगाए गए और वृक्षों पर भी लाइट के झालर लगाए गए।
मुंबई को और भी अधिक सुंदर बनाने के लिए उपाय योजना बनाई और भारी-भरकम रकम का भी आवंटन किया और इसके अनुरूप काम भी शुुरू कर दिए गए लेकिन आज हरेक मुंबईकर सौंदर्यीकरण के काम को देखकर खुद को ठगा-सा महसूस कर रहा है।
उसे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसके द्वारा दिए जा रह टैक्स की बर्बादी हो रही है। उसके पीछे का कारण यह है कि सौंदर्यीकरण के नाम पर जो भी काम किए गए थे, वह सभी काम बहुत ही निकृष्ट दर्जे के साबित हो रहे हैं। इनमें से तो आधे काम शुरू ही नहीं हुए हैं। इलेक्ट्रिक पोल पर लगाए गए झालर और रंगोली की लाइट अब आधे से अधिक बंद हो गई हैं।
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