मुंबई : 325 सहायक नर्सों के सामने भुखमरी का संकट
Mumbai: 325 auxiliary nurses face the threat of starvation
मनपा के स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात नई भर्ती की 325 सहायक नर्सों के सामने भुखमरी का संकट है। इन्हें जुलाई में सेवा में लिये जाने के बाद से ही वितन भुगतान नहीं हो पाया है। ऐसे में नाराज नर्सों ने मनपा प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जनवरी तक वेतन नहीं मिला तो वे काम बंद आंदोलन करेंगी। सहायक नर्सें मनपा के स्वास्थ्य केंद्रों की रीढ़ की हड्डी मानी जाती हैं। प्रसूति गृहों में सहायक नर्स का पद रिक्त होने के कारण मुंबई मनपा प्रशासन ने स्वास्थ्य केंद्रों में खाली पदों पर भर्ती का निर्णय लिया था।
मुंबई : मनपा के स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात नई भर्ती की 325 सहायक नर्सों के सामने भुखमरी का संकट है। इन्हें जुलाई में सेवा में लिये जाने के बाद से ही वितन भुगतान नहीं हो पाया है। ऐसे में नाराज नर्सों ने मनपा प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जनवरी तक वेतन नहीं मिला तो वे काम बंद आंदोलन करेंगी। सहायक नर्सें मनपा के स्वास्थ्य केंद्रों की रीढ़ की हड्डी मानी जाती हैं। प्रसूति गृहों में सहायक नर्स का पद रिक्त होने के कारण मुंबई मनपा प्रशासन ने स्वास्थ्य केंद्रों में खाली पदों पर भर्ती का निर्णय लिया था। इसके तहत जुलाई में 325 सहायक नर्सों की भर्ती की गई थी। लेकिन इन नवनियुक्त सहायक नर्सों का कोड नंबर तैयार नहीं होने से पिछले पांच माह से इनका वेतन भुगतान नहीं हो सका है। बार-बार प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी इनका वेतन कोड नंबर तैयार नहीं किया गया है।
नौकरी पर बहाल होने के बाद से इन्हें अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है
मकान का किराया तक नहीं भर पा रही है : स्वास्थ्य केंद्रों में नियुक्त अधिकांश सहायक नर्सें मुंबई के बाहर से हैं। इसलिए कुछ सहायक नर्सें मुंबई में किराए के मकान में रह रही हैं। वेतन न मिल पाने की वजह से वे घर का किराया देने में असमर्थ हैं। इसलिए मकान मालिकों ने उनसे घर खाली करने को कहा है। कुछ अपने रिश्तेदारों के साथ रह रही हैं, लेकिन उन्हें हर दिन काम पर जाने के लिए वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बहुत सीनर्सें गांव से पैसे मंगाकर अपनी जीविका चला रही हैं।
काम बंद आंदोलन करेंगी : सहायक नर्स पांच महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण द म्यूनिसिपल यूनियन के माध्यम से मुंबई मनपा के आयुक्त और प्रशासक भूषण गगरानी से तुरंत वेतन देने का अनुरोध किया है। द म्युनिसिपल यूनियन के महासचिव रमाकांत बने ने बताया कि उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर जनवरी तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो वे काम बंद आंदोलन करेंगी।
Comment List