ठाणे रेलवे स्टेशन परिसर में अवैध रूप से पुलिस के वाहन होते हैं पार्क... पुलिस वाहनों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
Police vehicles are parked illegally in Thane railway station premises... Why no action is taken against police vehicles?
ठाणे रेलवे स्टेशन पर रोजाना लाखों यात्री आवागमन करते हैं। स्टेशन से बाहर निकलने के लिए यात्री रिक्शा स्टैंड का उपयोग करते हैं, लेकिन अन्य वाहनों को खड़ा करने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद, स्टेशन परिसर में और विशेष रूप से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर प्रतिमा और ट्रैफिक चौकी के आसपास पुलिस के कई दोपहिया वाहन खड़े रहते हैं। इनमें से कुछ वाहन ड्यूटी पर मुंबई जाने वाले पुलिसकर्मियों के भी हैं।
ठाणे : ठाणे में जहां एक ओर गैरकानूनी तरीके से खड़े किए गए वाहनों पर टोइंग के नाम पर तुरंत कार्रवाई की जाती है, वहीं यह नियम पुलिस के वाहनों पर लागू नहीं होता। ठाणे रेलवे स्टेशन परिसर में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर प्रतिमा और टिकट घर के बाहर चौकी के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस स्टिकर लगे दोपहिया वाहन अवैध रूप से खड़े देखे गए हैं। इन वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती, जिससे पैदल यात्रियों के लिए चलने की जगह भी नहीं बचती।
बता दें कि ठाणे रेलवे स्टेशन पर रोजाना लाखों यात्री आवागमन करते हैं। स्टेशन से बाहर निकलने के लिए यात्री रिक्शा स्टैंड का उपयोग करते हैं, लेकिन अन्य वाहनों को खड़ा करने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद, स्टेशन परिसर में और विशेष रूप से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर प्रतिमा और ट्रैफिक चौकी के आसपास पुलिस के कई दोपहिया वाहन खड़े रहते हैं। इनमें से कुछ वाहन ड्यूटी पर मुंबई जाने वाले पुलिसकर्मियों के भी हैं।
इन वाहनों के कारण यात्रियों और पैदल चलने वालों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। शहर में आम नागरिकों के वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा तुरंत टोइंग कार्रवाई की जाती है, लेकिन पुलिस के वाहनों पर कोई कार्रवाई न होने से यात्रियों में आश्चर्य और असंतोष व्यक्त किया जा रहा है। इस विषय पर ट्रैफिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि रेलवे सुरक्षा, ट्रैफिक और लोहमार्ग पुलिसकर्मियों के वाहनों के लिए एक विशेष स्थान निर्धारित करने की योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में ठाणे नगर निगम से पत्राचार किया गया है। अन्य अवैध रूप से खड़ी सभी दोपहिया वाहनों को जल्द ही हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
Comment List