सिल्वर ओक स्थित राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के आवास के बाहर एसटी कार्यकर्ताओं ने अचानक धरना दिया
मुंबई : सिल्वर ओक स्थित राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के आवास के बाहर एसटी कार्यकर्ताओं ने अचानक धरना दिया। इसी दौरान एसटी कार्यकर्ताओं ने सिल्वर ओक के परिसर में चप्पल फेकि की और आंदोलन शुरू कर दिया. एसटी निगम के पूर्ण विलय की मांग को लेकर आज एसटी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने हंगामा किया। यह पता चला है कि प्रदर्शनकारियों ने शरद पवार के सिल्वर ओक आवास के परिसर में चप्पल फेकि गई । विरोध कर रहे एसटी कार्यकर्ताओं ने सीधे शरद पवार के आवास पर हमला किया ।
हाईकोर्ट ने सरकार को किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आदेश दिया है। अधिवक्ता गुणरत्न सदावर्ते ने भी आंदोलन वापस लेने की घोषणा की थी। कहा जा रहा था कि एसटी कार्यकर्ता काम पर लौट रहे थे , लेकिन आज अचानक एसटी कार्यकर्ताओं ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के आवास परिसर में सीधे धरना दिया। इसी दौरान कर्मचारी आवास क्षेत्र में घुस गए।
एसटी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगया की राकांपा शरद पवार और डिप्टी मुख्यमंत्री अजीत पवार आदोलन के समय इनका साथ नही दिया और उनका पक्ष जानने की कोशिश नही की गई इसलिए एसटी कार्यकर्ताओं में गुस्सा था जिसके तहेत आंदोलन किया गया । इस बीच कर्मचारियों के सरकार से नाराज होने के कारण आंदोलन शुरू हो गया है। रयात क्रांति संगठन के सदाभाऊ खोत ने जवाब दिया है कि एसटी कार्यकर्ताओं का आंदोलन भटक गया है ।
हाईकोर्ट ने एसटी हड़ताल के खिलाफ निगम की याचिका समेत अन्य सभी याचिकाओं का निस्तारण कर दिया है. हाई कोर्ट के फैसले की कॉपी आज जारी की गई। कोर्ट ने श्रमिकों को 22 अप्रैल 2022 तक काम पर लौटने का निर्देश दिया है। कई दिनों से चल रहा धरना आखिरकार खत्म हो गया है। एसटी कर्मचारियों को 22 अप्रैल तक काम पर लौटने का आदेश दिया गया है। उधर, सरकार को एसटी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. हाईकोर्ट ने निगम को एसटी कर्मचारियों को पेंशन देने का भी निर्देश दिया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य में एसटी फिर से चलने की संभावना है।
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