मुंबई : राज्यभर से २३ हजार शिक्षित बेरोजगार डॉक्टरों ने आवेदन किए... नौकरी केवल २८३ डॉक्टरों को ही मिली
Mumbai: 23 thousand educated unemployed doctors applied from across the state... only 283 doctors got the job
रिक्त सरकारी पद के लिए हजारों की संख्या में युवा आवेदन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका उदाहरण कई बार देखा भी जा चुका है। कुछ इसी तरह की स्थिति स्वास्थ्य विभाग में ग्रुप ए के अंतर्गत चिकित्सा अधिकारी के रिक्त २८३ पदों की भर्ती प्रक्रिया में भी दिखाई दी। इस पद के लिए राज्यभर से २३ हजार शिक्षित बेरोजगार डॉक्टरों ने आवेदन किए थे।
मुंबई : रिक्त सरकारी पद के लिए हजारों की संख्या में युवा आवेदन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका उदाहरण कई बार देखा भी जा चुका है। कुछ इसी तरह की स्थिति स्वास्थ्य विभाग में ग्रुप ए के अंतर्गत चिकित्सा अधिकारी के रिक्त २८३ पदों की भर्ती प्रक्रिया में भी दिखाई दी। इस पद के लिए राज्यभर से २३ हजार शिक्षित बेरोजगार डॉक्टरों ने आवेदन किए थे।
लेकिन नौकरी केवल २८३ डॉक्टरों को ही मिली है। फिलहाल सभी को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र मुहैया करा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में शिंदे-भाजपा सरकार में आम से लेकर खास हर कोई परेशान हो चुका है। राज्य सरकार की डोर दिल्ली के हाथ में होने से नौकरी के अवसर पैदा करनेवाली कई कंपनियां गुजरात समेत अन्य राज्यों में भेजी जा चुकी हैं।
इसी के साथ ही कई कंपनियां इस सरकार की गलत नीतियों और सुविधाएं न दे सकने की वजह से बाहरी राज्यों में जाने की तैयारी कर रही हैं। इससे राज्य में लाखों बेरोजगारों के लिए सृजित होनेवाले रोजगार हमेशा के लिए खत्म हो रहे हैं। राज्य सरकार ने भी स्वास्थ्य विभाग समेत कई विभागों के कामकाजों को ठेके (कॉन्ट्रेक्ट) पर कराने का निर्णय लिया है।
सरकार के इस पैâसले ने सरकारी नौकरी की चाह रखनेवालों की रही-सही आस को भी समाप्त कर दिया है। ऐसे में अनुमान है कि इस पर उचित निर्णय नहीं लिया गया, तो आनेवाले समय में राज्य में बेरोजगारी की स्थिति और भी गंभीर हो जाएगी, जिस पर ध्यान देने की बजाय सरकार चुनाव और दिल्लीश्वरों की जी हूजूरी में मस्त है। इसी का नजीता है कि चिकित्साधिकारी के २८३ रिक्त पदों के लिए २२,९८१ बीएएमएस धारी डॉक्टरों ने आवेदन किए, लेकिन केवल २८३ को ही नौकरी मिली है।
मुंबई में बेरोजगारी की ऐसी तस्वीर चार महीने पहले भी दिखाई दी थी, जब एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने लोडर स्टाफ के ६०० पदों के लिए वॉक-इन इंटरव्यू रखा था। इसके लिए दूर-दूर से लोग आए थे। यहां नौकरी के लिए २५ हजार लोग पहुंच गए।
ऐसे में हालात बेकाबू होता देख आवेदकों से सिर्फ रिज्यूम जमा करवाकर वापस चले जाने को कहा गया। इंटरव्यू वाली जगह पर उमड़ी उम्मीदवारों की भारी भीड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। बेरोजगारी की सबसे दयनीय स्थिति महाराष्ट्र पुलिस भर्ती प्रक्रिया के दौरान दिखाई दी थी।
मार्च महीने में १७ हजार ४७१ कांस्टेबल की भर्ती का एलान किया था। पुलिस के भर्ती विभाग को १७ हजार ४७१ पदों के लिए १७ लाख ७६ हजार आवेदन प्राप्त हुए थे। उस समय औसतन एक पद के लिए १०१ दावेदार सामने आए थे। इनमें आश्चर्यजनक तौर पर इंजीनियर, डॉक्टर समेत उच्च शिक्षित युवा भी शामिल थे। इन्होंने इंजीनियर, डॉक्टर, बी-टेक और एमबीए की डिग्रियां ले रखी हैं।
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