शिंदे सरकार को घेरने की कोशिश, अजित पवार ने राज्यपाल को पत्र लिखकर की ये मांग, जानें पूरा मामला
Attempt to surround the Shinde government, Ajit Pawar wrote a letter to the governor demanding this, know the whole matter

महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता अजित पवार ने राज्यपाल रमेश बैस को पत्र लिखा है. खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग सहित अन्य महत्वपूर्ण मांगें की गई हैं. पद्मश्री डॉ. अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
मुंबई, महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता अजित पवार ने राज्यपाल रमेश बैस को पत्र लिखा है. खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग सहित अन्य महत्वपूर्ण मांगें की गई हैं. पद्मश्री डॉ. अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उस समय लू लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में अजित पवार ने यह पत्र लिखा है.
खारघर में वास्तव में क्या हुआ था, इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए मैंने राज्यपाल को लिखा था, मरने वालों की सही संख्या के बारे में भी भ्रम है. कुछ लोग कह रहे हैं कि आयोजन के दौरान कुछ सुविधाएं नहीं दी गईं. हमें अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं मिली है. मैंने आरटीआई के माध्यम से इसके लिए कहा है.
अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित करने का समारोह 16 अप्रैल 2023 को खारघर, नवी मुंबई में आयोजित किया गया था. इस घटना के दौरान 14 लोगों की मौत हो गई थी. अजित पवार ने लिखा, घटना के दिन मैं खुद देर रात अस्पताल गया और मरीजों, मरीजों के परिजनों और डॉक्टरों से मिला. अन्य मांगों के साथ ही मैं आपसे लिखित पत्र के माध्यम से अनुरोध कर रहा हूं कि इस गंभीर घटना की जांच किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराएं.
लू से 14 लोगों की मौत
शुरूआत में प्राथमिक सूचना मिली थी कि लू लगने से 14 लोगों की मौत हुई है. लेकिन हाल के दिनों में सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए अलग-अलग जानकारियां सामने आ रही हैं. उपस्थित अनुयायियों के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी. अनुयायी सात घंटे बिना पानी या भोजन के धूप में बैठे रहे. इससे कई लोग पीड़ित हुए. भीड़ के लिए उचित योजना नहीं होने के कारण एंबुलेंस को मरीजों तक पहुंचने में देरी हुई. पत्र में उल्लेख किया गया है कि अक्षम्य देरी के कारण कई लोगों को शीघ्र उपचार नहीं मिला.
रविवार को पद्मश्री डॉ. अप्पासाहेब धर्माधिकारी को 'महाराष्ट्र भूषण' पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस पुरस्कार समारोह में राज्य भर से अप्पासाहेब के अनुयायी आए थे. हालांकि इस घटना के बाद लू लगने से 14 लोगों की मौत हो जाने से हड़कंप मच गया है. राजनीतिक गलियारों में इसकी गूंज अभी भी जारी है. जितेंद्र आव्हाड ने अब आरोप लगाया है कि सरकार ही इस मामले में यह मौत की वजह बनी है.
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