मुंबई में बढ़े सायबर अपराध के मामले... पिछले साल की अपेक्षा 27 प्रतिशत मामले बढ़े
Cyber crime cases increased in Mumbai... 27% cases increased compared to last year
मुंबई पुलिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक सायबर अपराध से जुड़े 4054 मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें से 920 मामलों को उजागर कर लिया गया है और 970 लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है। वहीं पिछले साल जनवरी से सितंबर तक यह आंकड़ा 3191 था। जिसके हिसाब से 38 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई दे रही है। पुलिस ने ऑनलाइन होनेवाली धोखाधड़ी को ग्यारह अलग अलग श्रेणी में स्थान दिया है।
मुंबई : मुंबई समेत देशभर में लगातार सायबर अपराध से जुड़े मामले बढ़ते जा रहे हैं। सायबर अपराध पुलिस के लिए एक सबसे बड़ा चैलेंज बना हुआ है। मुंबई मेम हर पुलिस स्टेशन में सायबर सेल बनाने के बावजूद लगातार मामले जो बढ़ रहे हैं, लेकिन आरोपी कम मात्रा में गिरफ्तार हुए हैं। आंकड़ों के मुताबिक पिछले नौ महीने में सायबर अपराध में 27 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
मुंबई पुलिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक सायबर अपराध से जुड़े 4054 मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें से 920 मामलों को उजागर कर लिया गया है और 970 लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है। वहीं पिछले साल जनवरी से सितंबर तक यह आंकड़ा 3191 था। जिसके हिसाब से 38 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई दे रही है। पुलिस ने ऑनलाइन होनेवाली धोखाधड़ी को ग्यारह अलग अलग श्रेणी में स्थान दिया है।
इस साल में दर्ज किये गए ऑनलाइन धोखाधड़ी में 12349 ऑनलाइन ठगी के मामले दर्ज हुए हैं। जिसमेम सबसे अधिक आर्थिक धोखाधड़ी (896), जॉब फ्रॉड (388), नकली वेबसाइट (94), ऑनलाइन खरीदी धोखाधड़ी (63), कस्टम और गिफ्ट कार्ड से धोखाधड़ी के (55), कर्ज के नाम पर धोखाधड़ी (45), क्रिप्टो करंसी (35), विमा और भविष्य निर्वाह निधि (17), शादी के नाम पर 9 और ऑनलाइन एडमिशन के नाम पर 3 मामले दर्ज हैं। इन मामलों में दर्ज 2349 में से 214 मामले सुलझाए गए हैं, जिसमें से 516 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने 741 के क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से जुड़े मामले दर्ज किए गए हैं। अश्लील एसएमएस, ईमेल, पोस्ट के 175, नकली सोशल मीडिया अकाउंट, मॉर्फ फोटो के 108, फिशिंग/एमआयएम. अटॅक / स्पूफिंग मेल (68), सेक्सटोर्शन (34), हॅकिंग (33), डेटा चोरी (21), पोर्नोग्राफी (14) और कम्युनल पोस्ट (05) मामले दर्ज हैं।
इन आकंड़ों का विश्लेषण किया जाए तो पिछले साल की तुलना में इस साल फिशिंग/एमआयएम अटॅक / स्पूफिंग मेल, जॉब फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट, पोर्नोग्राफी, हॅकिंग, विमा/ भविष्य निर्वाह निधी धोखाधड़ी नकली वेबसाइट, वैवाहिक धोखाधड़ी और डेटा चोरी मामले में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके अलावा क्रिप्टो करंसी, लोन, अश्लील ईमेल, के अलावा एसएमएस, एमएमएस, पोस्ट फेक सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल मॉफिंग ईमेल/एसएमएस, क्रेडिट/डेबिट कार्ड/ऑनलाइन धोखाधड़ी खरीदी धोखाधड़ी और लैंगिक अत्याचार से जुड़े धोखाधड़ी के मामले कम हुए हैं।
Comment List