मुंबई में औसतन प्रति दिन 22 लोग मलेरिया से प्रभावित
On an average 22 people are affected by malaria every day in Mumbai
मलेरिया के मच्छरों ने इस वर्ष मुंबईकरों को काफी परेशान किया हुआ है। राज्य के अन्य जिलों की तुलना में मलेरिया से मुंबई में सबसे अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अक्टूबर तक मुंबई में 6491 लोग मलेरिया से प्रभावित हुए हैं। मलेरिया बीमारी प्लाज़्मोडियम नामक परजीवी के कारण होती है। मलेरिया मादा एनोफेलीज मच्छर के काटने से होता है, जो प्लाज़्मोडियम को शरीर में छोड़ता है। ये मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपते हैं। मुंबई जैस शहर में जहां ड्रम, टांकी और अन्य बर्तनों में पानी को जमा कर रखा जाता है, वहां डेंगी और मलेरिया के मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण मिल जाता है।
मुंबई : मलेरिया के मच्छरों ने इस वर्ष मुंबईकरों को काफी परेशान किया हुआ है। राज्य के अन्य जिलों की तुलना में मलेरिया से मुंबई में सबसे अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अक्टूबर तक मुंबई में 6491 लोग मलेरिया से प्रभावित हुए हैं। मलेरिया बीमारी प्लाज़्मोडियम नामक परजीवी के कारण होती है। मलेरिया मादा एनोफेलीज मच्छर के काटने से होता है, जो प्लाज़्मोडियम को शरीर में छोड़ता है। ये मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपते हैं। मुंबई जैस शहर में जहां ड्रम, टांकी और अन्य बर्तनों में पानी को जमा कर रखा जाता है, वहां डेंगी और मलेरिया के मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण मिल जाता है।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, इन वर्ष भी मुंबई में मलेरिया के काफी मामले मिले हैं। मुंबई औसतन प्रति दिन 22 मुंबईकर मलेरिया के जद में आए हैं। इस वर्ष सबसे अधिक मामले मुंबई में 6491, उसके बाद गढ़चिरौली में 6061 लोग मलेरिया से संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बीएमसी के इतना प्रचार प्रसार करने के बावजूद आज भी लोगों के घर और सोसाइटियों से मलेरिया और डेंगी के ब्रीडिंग स्पॉट मिलते हैं। जैसे ही किसी इलाके में मलेरिया से प्रभावित मरीज मिलता है कीटनाशक विभाग के अधिकारी उस क्षेत्र में जाकर ब्रीडिंग स्पॉट खोजते हैं और उसे नष्ट करते हैं। इसके अलावा क्षेत्र में फॉगिंग और ट्रीटमेंट भी किया जाता है ताकि जमा पानी में मच्छर ब्रीडिंग न कर पाए। गौरतलब है कि गत वर्ष मुंबई में 7319 मामले मिले थे, जबकि 2022 में 3985 लोग ही मलेरिया से प्रभावित हुए थे।
एमएमआर में मलेरिया से सबसे अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार, एमएमआर में कुल 9909 लोग मलेरिया से संक्रमित हुए हैं। इनमें मुंबई में 6491, पनवेल में 791, ठाणे महानगरपालिका में 647, नवी मुंबई में 586, रायगड में 411, कल्याण में 382, मीरा-भाईंदर में 290, ठाणे में 110, वसई-विरार में 85, भिवंडी 72, पालघर में 30 और उल्हासनगर में 15 मरीज मिले।
राज्य में इस वर्ष अब तक मलेरिया संक्रमण के चलते 20 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे अधिक मौतें गढ़चिरौली में 11, मुंबई में 5, चंद्रपुर में 2, भंडारा और ठाणे प्रत्येक में एक-एक मौत दर्ज की गई है। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मलेरिया के लक्षण दिखने पर बीएमसी के किसी डिस्पेंसरी में लोग जा सकते हैं। वहां जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
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