मुंबई: दूध में मिलावट रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को मिलेगी मिल्कोस्कैन डिवाइस
Mumbai: Food safety officers will get Milkoscan device to prevent milk adulteration
दूध में मिलावट रोकने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा हर साल बड़ी मात्रा में मिलावटी दूध नष्ट किया जाता है। दूध में चूना और यूरिया जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। लेकिन जैसे ही यह मामला खाद्य निरीक्षकों के संज्ञान में आया, तो अब मिलावटखोरों ने दूध में मिलावट करने के लिए कई विकल्प ढूंढ लिए हैं।
मुंबई: त्योहार के दौरान नागरिकों को शुद्ध, स्वस्थ भोजन मिले यह सुनिश्चित करने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने 1 सितंबर से एक विशेष अभियान चलाया है। लेकिन खाद्य निरीक्षकों को दूध में मिलावट का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। अब उपाय के तौर पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को मिल्कोस्कैन मशीन देने का निर्णय लिया गया है। जिससे मिलावटी दूध की तुरंत पहचान हो सकेगी।
दूध में मिलावट रोकने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा हर साल बड़ी मात्रा में मिलावटी दूध नष्ट किया जाता है। दूध में चूना और यूरिया जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। लेकिन जैसे ही यह मामला खाद्य निरीक्षकों के संज्ञान में आया, तो अब मिलावटखोरों ने दूध में मिलावट करने के लिए कई विकल्प ढूंढ लिए हैं।
कई लोग एसएनएफ और वसा की मात्रा बनाए रखने के लिए दूध में तेल और दूध पाउडर मिलाते हैं। यदि एक लीटर दूध में 800 मिलीलीटर दूध का उपयोग किया जाता है और 200 मिलीलीटर दूध पाउडर और तेल का उपयोग किया जाता है, तो दूध में मिलावट नजर नहीं आती है। इसके अलावा कई बार दूध मानक के अनुरूप नहीं होता है।
इससे खाद्य निरीक्षकों के लिए दूध में मिलावट का आसानी से पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए दूध में मिलावट रोकने के लिए प्रदेश के सभी खाद्य निरीक्षकों को 'मिल्कोस्कैन' मशीन उपलब्ध करायी जायेगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, इससे खाद्य निरीक्षकों के लिए दूध में मिलावट की पहचान करना आसान हो जाएगा।
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