माहिम में फ्लैट खरीदने के बावजूद फ्लैट नहीं देने के मामले में बिल्डर पर एफआईआर
FIR against builder for not giving flat despite purchasing flat in Mahim

माहिम पुलिस ने मोरपेरिया एंड के खिलाफ पैसे लेकर फ्लैट न देने के मामले में एफआईआर दर्ज किया है। आरोपी से शिकायतकर्ता ने दस फ्लैट खरीदे थे, जिसके लिए पांच करोड़ से भी अधिक रुपए लिए गए। लेकिन बाद में उन्हें फ्लैट नहीं दिया गया। पैसे लेने के बाद कथित तौर पर फ्लैट किसी और को बेच दिया गया। जिसकी शिकायत महिला ने थाने में की।
मुंबई : माहिम पुलिस ने मोरपेरिया एंड के खिलाफ पैसे लेकर फ्लैट न देने के मामले में एफआईआर दर्ज किया है। आरोपी से शिकायतकर्ता ने दस फ्लैट खरीदे थे, जिसके लिए पांच करोड़ से भी अधिक रुपए लिए गए। लेकिन बाद में उन्हें फ्लैट नहीं दिया गया। पैसे लेने के बाद कथित तौर पर फ्लैट किसी और को बेच दिया गया। जिसकी शिकायत महिला ने थाने में की।
शिकायत के मुताबिक महिला के दिवंगत पति फतेह चंद भंसाली और बेटी संगीती जैन, मे. मोरपोरिया एंड रांका कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ अरिहंत टावर्स, प्लॉट नंबर 1038, माहिम डिवीजन, वीर सावरकर मार्ग, मुंबई में कुल 10 फ्लैट खरीदे थे दिनांक 25 अनुसार उक्त निर्माण कंपनी को मई तक कुल पांच करोड़ पच्चास लाख रुपए का भुगतान किया।
शिकायत के मुताबिक मोरपोरिया एंड रंका कंस्ट्रक्शन कंपनी ने उनके साथ 10 फ्लैटों की खरीद के संबंध में पंजीकरण किए बिना, उक्त भवन को लगभग 10 वर्षों की देरी से 2003 में पूरा किया। शिकायतकर्ता के बार-बार बोलने के बावजूद उनसे खरीदे गए फ्लैटों के झुठे दस्तावेज बनाये और दूसरे किसी को बेच दिया।
कुछ फ्लैट ऐसे हैं जो उचित दामों में भाड़े पर दिए गए हैं। लाभ के लिए पारस्परिक रूप से फ्लैट बेचकर और 25 अप्रैल 1996 के समझौते को रद्द किए बिना उसे बेच दिया गया। धोखाधड़ी का एहसास होने पर में. मोरपोरिया और रांका कंस्ट्रक्शन कंपनी और उक्त कंपनी के भागीदार के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
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