मुंबई : निर्माण क्षेत्रों के पास रहने वाले निवासियों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित किया
Mumbai: Living near construction areas affected the quality of life of residents
किसी विकासशील देश की तरह मुंबई एक विकासशील शहर की तरह है. जहां नजरे इनायत कीजिए धूल और गड्ढों से भरा पड़ा शहर अपने विकसित शहर का टाइटल पाने की बांट जोह रहा है. कल्पना कीजिए कि मुंबई शहर को देश की आर्थिक राजधानी के अलावा अन्य शहरों से आने वाले लोग क्या बोलते हैं? वो इस विकासशील शहर को आमभाषा में अक्सर `अंडर-कंस्ट्रक्शन` सिटी भी कहते है.
मुंबई : किसी विकासशील देश की तरह मुंबई एक विकासशील शहर की तरह है. जहां नजरे इनायत कीजिए धूल और गड्ढों से भरा पड़ा शहर अपने विकसित शहर का टाइटल पाने की बांट जोह रहा है. कल्पना कीजिए कि मुंबई शहर को देश की आर्थिक राजधानी के अलावा अन्य शहरों से आने वाले लोग क्या बोलते हैं? वो इस विकासशील शहर को आमभाषा में अक्सर `अंडर-कंस्ट्रक्शन` सिटी भी कहते है. किसी कॉमिक शो में आपको ये सुनने को जरूर मिल जाएगा. इस शहर को विकास और कनेक्टिविटी देने के लिए मुंबई मेट्रो, ट्रैफिक भीड़ को कम करने के उद्देश्य से एक बहुप्रतीक्षित परियोजना है.
शहर के कई हिस्सों में यह पूरी हो चुकी है लेकिन अभी कई हिस्सों में इसका निर्माण मुंबई की रफ्तार को धीमी कर रहा है निर्माण कार्य के चलते निवासियों का वक्त अक्सर घंटों के हिसाब से सड़कों पर बीत जाता है. इसके साथ ही यहां के लोग इस इंतजार में है कि कब ये निर्माण पूरा होगा और हम सड़कों पर धूल-रहित हवा में बिना देरी के आगे बढ़ पाएंगे और ये भी कह पाएंगे कि शहर अब विकासशील से विकसित हो गया है.
भूमिगत मेट्रो के सामने पर्यटक संख्या की चुनौती:
आरे कॉलोनी से कोलाबा तक बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के माध्यम से भूमिगत मेट्रो -3 वर्तमान में आरे से बीकेसी तक चालू है. हालाँकि, पर्यटकों की संख्या कम हो रही है. मिड-डे की एक रिपोर्ट के अनुसार 7 अक्टूबर से 7 नवंबर और 7 नवंबर से 7 दिसंबर के दो महीनों की तुलना करें तो अक्टूबर के पहले महीने में 6,33,209 पर्यटकों ने यात्रा की, जबकि नवंबर के महीने में 5,64,313 पर्यटकों ने यात्रा की. इस प्रकार एक माह में 68,896 पर्यटक कम हुए हैं. मेट्रो शुरू होने के बाद दो महीने में 13,480 सेवाएं चलाई जा चुकी हैं. इसके विपरीत, दो महीनों में कुल 11,97,522 पर्यटकों ने इसकी यात्रा की है, जो मेट्रो के लिहाज से एक छोटी संख्या है. मेट्रो-3 का रूट इस तरह बनाया गया है कि रेलवे नहीं पहुंच पाती और लोगों को सड़क परिवहन पर निर्भर रहना पड़ता है.
निर्माण गतिविधियों ने शहर में पर्यावरण संबंधी चिंताएँ बढ़ा दी हैं, विशेष रूप से वायु और ध्वनि प्रदूषण के संबंध में. उत्खनन स्थलों से निकलने वाली धूल और मशीनरी के निरंतर शोर ने निर्माण क्षेत्रों के पास रहने वाले निवासियों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित किया है. इसके साथ सड़क बंद होने और मार्ग बदलने से अड़चनें पैदा हुई हैं और मोटर चालकों के लिए यात्रा का समय बढ़ गया है, जिससे मौजूदा यातायात संबंधी परेशानियाँ और बढ़ गई हैं.
मुंबई मेट्रो एक्वा लाइन 3 की प्रगति ने मुंबईवासियों के लिए तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा की संभावनाओं को मजबूत किया है. इस परियोजना के पूर्ण परिचालन से शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है. मुंबई मेट्रो के सभी हिस्सों का निर्माण पूरा होने से शहर को की कनेक्टिविटी और भीड़ को प्रबंधित करने में अधिक सरलता होगी. एमएमआरडीए ने भी शहर की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण ( अपने प्रमुख डॉ. संजय मुखर्जी और संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) अनिल कुंभारे के बीच हुई बैठक के बाद कई प्रमुख विकास कार्यों के लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त की है. जिनमें मेट्रो लाइन 2बी और 6 शामिल हैं. इसके साथ ही ये शहर आगामी वर्षों में इस आशा से आगे बढ़ता रहेगा की हम जल्द ही `अंडर-कंस्ट्रक्शन` शहर के मेडल की जगह विकसित शहर का मेडल के साथ मुंबई की चमक और बढ़ाएंगे.
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