Mahavitaran
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%= node_description %>
<% } %> Read More... <%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... वसई-विरार नगर निगम में 15 हजार फेरीवाले...
Published On
By Online Desk
वसई विरार में फेरीवालों की संख्या बढ़ती जा रही है। विशेषकर अनियमित रूप से व्यवस्थित बाजारों के कारण शहर में ट्रैफिक जाम, गंदगी, बीमारियाँ, प्रदूषण आदि समस्याएँ उत्पन्न होने लगी हैं। इसके अलावा ऐसी शिकायतें भी बढ़ रही हैं कि सड़कें और फुटपाथ डूब जाने से आम नागरिकों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नागरिकों की प्रतिक्रिया है कि पहले से ही अपर्याप्त सड़कें और फेरीवालों की बढ़ती संख्या के कारण नागरिकों की दुविधा बनी रहेगी.
Read More... सरकारी संस्थानों का साढ़े आठ करोड़ बिजली बिल बकाया... महावितरण को वित्तीय झटका !
Published On
By Online Desk
वसई विरार शहर के सरकारी अस्पतालों, पुलिस स्टेशनों, ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं, स्कूलों, सार्वजनिक सेवाओं पर लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपये का बिजली भुगतान बकाया है। इसका आर्थिक असर महावितरण पर पड़ना शुरू हो गया है. वसई विरार में बिजली की आपूर्ति वसई मंडल के अंतर्गत की जाती है।
Read More... कर्ज के बोझ तले दबती जा रही है महावितरण...
Published On
By Online Desk
महावितरण पर तकरीबन ६० हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। अन्य बिजली कंपनियों से खरीदी गई बिजली का भुगतान भी बकाया है। इधर, उपभोक्ताओं पर कंपनी का तकरीबन ४७.४३ करोड़ रुपए बकाया है। महावितरण राज्य में २ करोड़ ८० लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति करती है। हाल ही में राज्य विद्युत नियामक आयोग ने महावितरण के ३९५६७ करोड़ रुपए की दर वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके तहत वर्ष २०२३-२४ में २.९ प्रतिशत जबकि वर्ष २०२४-२५ में ५.६ फीसदी दर वृद्धि होगी। इसे लेकर विविध संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताई है।
Read More... महावितरण के विरुद्ध अब तक ३,२४६ शिकायतें दर्ज, ग्राहकों ने किया आवाज बुलंद
Published On
By Online Desk
बिजली दर वृद्धि को लेकर सरकारी नीतियों से खफा उपभोक्ताओं ने अभियान छेड़ दिया है। इसके तहत वे बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। विशेषकर बिजली प्रदाता कंपनी महावितरण के खिलाफ ग्राहकों ने आवाज बुलंद किया है। महावितरण के विरुद्ध अब तक ३,२४६ शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं। इधर राज्य के कृषि पंप धारक किसानों ने बिजली बिल में त्रुटियों का हवाला देते हुए बिल का भुगतान नहीं करने का फैसला लिया है।
Read More...