हड़ताल से सरकारी अस्पताल बेहाल... जेजे अस्पताल ने मनपा अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों का सहारा लिया
Government hospital in trouble due to strike... JJ Hospital took support of health workers of municipal hospitals

मरीजों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए जेजे अस्पताल ने मनपा अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों का सहारा लिया। राज्य कर्मचारी संघ द्वारा शुरू हड़ताल में राज्य सरकार के अस्पतालों में कार्यरत नर्सों, तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया है। इन स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल में शामिल होने से मुंबई के जेजे, कामा, जीटी, सेंट जॉर्ज अस्पताल के इनपेशेंट विभाग में मरीजों की देखभाल प्रभावित हुई है।
मुंबई : पुरानी पेंशन योजना को तत्काल लागू करने की मांग को लेकर कल से राज्य भर के सरकारी और अर्ध सरकारी कर्मचारी, शिक्षक व गैर शिक्षक संघ हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल ने सरकारी अस्पतालों को बेहाल कर दिया है। मुंबई में राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में जहां आउट पेशेंट विभाग की सेवाएं सुचारु रूप से शुरू थीं, वहीं इनपेशेंट विभाग और सर्जरी पर कुछ हद तक असर पड़ा।
मरीजों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए जेजे अस्पताल ने मनपा अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों का सहारा लिया। राज्य कर्मचारी संघ द्वारा शुरू हड़ताल में राज्य सरकार के अस्पतालों में कार्यरत नर्सों, तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया है। इन स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल में शामिल होने से मुंबई के जेजे, कामा, जीटी, सेंट जॉर्ज अस्पताल के इनपेशेंट विभाग में मरीजों की देखभाल प्रभावित हुई है।
हालांकि, आउट पेशेंट विभाग में विभाग प्रमुखों, प्रोफेसर, रेजिडेंट डॉक्टर मरीज की सुचारू देखभाल सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे थे। हड़ताल के चलते ओपीडी में खासी भीड़ रही। बताया गया कि जेजे अस्पताल के ५० कर्मचारियों ने हड़ताल में हिस्सा नहीं लिया। इसी तरह अन्य अस्पतालों के कुछ कर्मचारियों ने हड़ताल में भाग नहीं लिया। इसके चलते आउट पेशेंट और गहन देखभाल इकाइयों में सेवाएं ज्यादा प्रभावित नहीं हुर्इं। सेंट जार्जेस, कामा अस्पताल में केवल अत्यावश्यक सर्जरियां की गर्इं, जबकि अन्य सभी सर्जरियों को आगे खिसका दिया गया। डीन डॉ. पल्लवी सापले ने कहा कि जेजे अस्पताल में कल ओपीडी में इलाज कराने के लिए २,००० मरीज पहुंचे।
इसके साथ ही यहां पहले से तय सभी सर्जरियां हुर्इं। उन्होंने कहा कि जेजे में ४५० प्राध्यापक, ८०० पीजी छात्र, १,२०० एमबीबीएस के छात्र और २५० इंटर्न डॉक्टर मरीजों को सेवाएं दे रहे थे। इसके साथ ही स्टूडेंट नर्सेस और १०० कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर कार्यरत कर्मियों की मदद ली गई। उन्होंने कहा कि हड़ताल से हो रही दिक्कतों को देखते हुए सेंट जार्जेस से ३८, कामा और जीटी अस्पताल से क्रमश: १००-१०० मरीजों को छुट्टी दे दी गई। डॉ. सापले ने कहा कि फिलहाल कल की परिस्थितियों का नियोजन करने के लिए मीटिंग हुई है।
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