मुंबई के जेजे अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी, मरीजों की मुश्किलें बढ़ीं
JJ Hospital resident doctors on strike against ‘harassment’ and ‘dictatorship’...

जेजे अस्पताल के नेत्र विभाग में सीनियर डॉक्टरों और रेजिडेंट डॉक्टरों के बीच बढ़ते विवाद देखते हुए विधानसभा में नेता विपक्ष अजित पवार ने रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को रोकने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से हस्तक्षेप करने की मांग की है, क्योंकि इसके कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुंबईः स्टाइपेंड के भुगतान व सर्जरी से दूर रखे जाने से नाराज जेजे अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों की तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही, जिसके चलते शुक्रवार को मरीजों की मुश्किलें बढ़ गईं। रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार से अपनी हड़ताल को राज्य स्तरीय करने की योजना बनाई है। अस्पताल की डीन डॉ पल्लवी सापले ने कहा कि हड़ताल करनेवाले डॉक्टरों के साथ हमारी बातचीत जारी है। हालांकि, डॉक्टरों की इस हड़ताल से होनेवाली परेशानी से बचने के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। शुक्रवार को अस्पताल में कुल 46 सर्जरी की गई। इसमें से 10 बड़ी सर्जरी थी, जबकि 36 छोटी सर्जरी की गई। इस बीच, अस्पताल की ओपीडी में 1,467 मरीज पहुंचे और 55 नए मरीज भर्ती किए गए। फिलहाल अस्पताल में 850 मरीज भर्ती हैं।
इससे पहले, बुधवार से अस्पताल परिसर में हड़ताल पर बैठे रेजिडेंट डॉक्टरों ने नेत्र चिकित्सा विभाग की प्रमुख डॉ रागिनी पारेख व अस्पताल के पूर्व डीन टी. पी. लहाने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन्हें अस्पताल से बाहर करने की मांग की। एक रेजिडेंट डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अस्पताल के पूर्व डीन लहाने का कहना है कि वे स्टेप-बाय स्टेप सर्जरी सिखाते हैं, लेकिन उसे अस्पताल में 15 महीने बीत गए हैं। उसे अब तक सर्जरी के नाम पर कुछ नहीं करने दिया गया है, जबकि दूसरे अस्पतालों में ऐसा नहीं है...JJ Hospital resident doctors on strike....
अस्पताल के पूर्व डीन डॉक्टर लहाने ने रेजिडेंट डॉक्टरों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों को लेकर शुक्रवार को मीडिया के सामने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि नेत्र चिकित्सा विभाग काफी अच्छा काम कर रहा है। 1995 से पहले तक इस विभाग में केवल 30 मरीज आते थे। तब साल भर में आंखों की 600 सर्जरी होती थी। वर्तमान में 300 से 400 मरीज विभाग में रोजाना आ रहे हैं और साल भर में दस हजार से 18 हजार के करीब सर्जरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले 28 साल में 692 शिविर आयोजित कर 30 लाख मरीजों का उपचार किया गया है, जबकि 70 हजार मरीजों की सर्जरी की गई है। रेजिडेंट डॉक्टरों की शिकायत के बाद नेत्र चिकित्सा विभाग की प्रमुख पारेख का पक्ष सुने बिना ही जांच समिति का गठन कर दिया गया। सभी रेजिडेंट डॉक्टरों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया गया है। एक अंतराल के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों को मोतियाबिंदु की सर्जरी का अवसर दिया जाता है। पूरे प्रकरण को लेकर एकतरफा जांच की गई है...JJ Hospital resident doctors on strike..
जेजे अस्पताल के आर्थोपेडिक वार्ड 10 में घुटने के इलाज के लिए भर्ती मरीज सफी की सर्जरी डॉक्टरों के हड़ताल के चलते टल गई। सोमवार से अस्पताल में भर्ती सफी की शुक्रवार को सर्जरी होनी थी। डेट दी गई थी, लेकिन जब सर्जरी का समय आया तो उन्हें बताया गया कि अब उन्हें दोबारा ऑपरेशन की तारीख बताई जाएगी। कई अन्य मरीजों की भी सर्जरी टाल दी गई है। नेत्र चिकित्सा विभाग में इमरजेंसी सर्जरी को छोड़कर बाकी एक भी सर्जरी नहीं हुई है...JJ Hospital resident doctors on strike..
Today's E Newspaper
Related Posts
Post Comment
Latest News
.jpg)
Comment List