नालासोपारा का सीरियल रेपिस्ट पकड़ा गया, जो नन्हीं बच्चियों को बनाता था निशाना
Nalasopara serial rapist caught, who used to target little girls

इस दरिंदे का नाम बगावत शंकर मारवाड़ी है, इसकी उम्र २८ वर्ष है और ये नालासोपारा पश्चिम के झोपड़पट्टी में रहकर नन्हीं बच्चियों को निशाना बनाया था। जिसके आतंक की ताबूत पर आखिरी कील ठोंकी हैं एमबीवीसी क्राइम ब्रांच यूनिट दो ने और इसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
नालासोपारा : एक शख्स जो इंसान की आड़ में वो दरिंदा है जिसने नन्हीं मासूम बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाया और उन्हें ना भूलने वाला दर्द दिया। इस दरिंदे का नाम बगावत शंकर मारवाड़ी है, इसकी उम्र २८ वर्ष है और ये नालासोपारा पश्चिम के झोपड़पट्टी में रहकर नन्हीं बच्चियों को निशाना बनाया था। जिसके आतंक की ताबूत पर आखिरी कील ठोंकी हैं एमबीवीसी क्राइम ब्रांच यूनिट दो ने और इसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
बगावत शंकर मारवाड़ी जो नालासोपारा पश्चिम के इसी झोपड़पट्टी में रहकर अलग अलग अपराधों को अंजाम दिया करता था। इसने बीते ५ महीनों में नालासोपारा में दो मासूमों को निशाना बनाया।जो मामले पुलिस स्टेशन में दर्ज हैं। जिसमें पहला मामला ५ अक्टूबर २०२३ का है जिसका अपराध नालासोपारा पूर्व के पुलिस स्टेशन में दर्ज है और दूसरा अपराध अचोले पुलिस स्टेशन क्षेत्र में १३ फरवरी को दर्ज हुआ है।
इसके इसी अपराध की जांच करते हुए क्राइम ब्रांच यूनिट संख्या दो ने बेहद उम्दा तरीके की केस को आगे बढ़ाया और अपराधी को उनके अंजाम तक पहुंचाया है। हमने जब इस बारे में क्राइम ब्रांच यूनिट दो के पुलिस निरीक्षक से बात की तो उन्होंने इस मामले में कई खुलासे किए। पुलिस के अनुसार अचोले पुलिस स्टेशन क्षेत्र में बीते १३ फरवरी को इस दरिंदे ने ८ साल की एक नन्हीं मासूम बच्ची को उस समय निशाना बनाया जब वो अकेली अपने घर लौट रही थी।
उसी समय बगावत मारवाड़ी बच्ची को अपनी गोद में उठाकर , बिल्डिंग की छत पर ले जाकर उस पर अत्याचार करता है। बच्ची की चीख पुकार सुनकर लोग उस ओर दौड़ते हैं लेकिन ये दरिंदा मौके से भागने लगता है, लोग उसके पीछे दौड़ते हैं लिए तब तक वो भाग जाता है और पब्लिक के हाथ से निकल जाता है।
पुलिस ने मामले में जांच करते हुए उस रिक्शे का पता लगाया जिससे आरोपी दरिंदा घ्टनस्थल से नालासोपारा स्टेशन जाता है।रिक्शे वाले ने बताया कि आरोपी बगावत मारवाड़ी भागते हुए आता है और उसे नालासोपारा स्टेशन छोड़ने की बात करता है, रिक्शे वाले ने उसे नालासोपारा स्टेशन छोड़ दिया, बस इतनी जानकारी पुलिस को मिल पाई।पुलिस की टीम ने जब स्टेशन की सीसीटीवी फुटेज जांचनी शुरू की तो पता चला कि ये आरोपी नालासोपारा स्टेशन तो गया लेकिन उसने वहां से कोई ट्रेन नहीं पकड़ी।
फिर पुलिस टीम ने और पड़ताल की तो पता चला की आरोपी बगावत नालासोपारा स्टेशन के फ्लाईओवर ब्रिज से आता जाता है पर ट्रेन नहीं पकड़ता। इससे पुलिस के जांच की दिशा तय होती गई, उसकी रूटीन चेक करने के लिए पुलिस और कुछ पुराने सीसीटीवी तलाशती है तो पता चलता है की बगावत मारवाड़ी इसी ब्रिज से अक्सर नालासोपारा ईस्ट और वेस्ट आता जाता है। इससे ये तो तय हो गया कि ये दरिंदा नालासोपारा वेस्ट या ईस्ट में ही कहीं रहता है।
पुलिस को नालासोपारा स्टेशन के इस फुटेज में आरोपी के साथ एक और युवक साथ में आता दिखाई देता है, जिसके आधार पर पुलिस इस युवक का पता लगाती है और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करती है। इसके बाद पुलिस को मामले में ये जानकारी मिलती है कि बगावत मारवाड़ी को दादी कल्याण क्षेत्र के पास ठाकुरली इलाके में झोपड़े में रहती है। पुलिस की एक टीम वहां जाती है इसके पहले ही बगावत वहां से अपना ठिकाना बदल लेता है।
लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम अपने इरादों पर अटल रहती है और ठाकुरली से आरोपी दरिंदे का मोबाइल नंबर हासिल कर लेती है और उसके आधार पर उसकी कॉल डिटेल खंगाली है। पुलिस ने तकनीकी का उपयोग करते हुए आरोपी का जब लोकेशन ट्रेस करती है तो।पता चलता है की ये दरिंदा वसई में ही है लेकिन थोड़ी थोड़ी देर में वो लोकेशन बदल रहा है।
आधे घटे में जब दूसरी बार लोकेशन लिया जाता है तो वो विरार फिर पालघर की तरफ जा रहा होता है। इसी बीच पुलिस ने उस ट्रेन का भी पता लगा लेती है जिसमें बैठकर वो गुजरात की और जाता दिखाई देता है। इस पर एक्शन लेते हुए क्राइम ब्रांच की एक टीम तत्काल गुजरात के लिए रवाना होती है और दूसरी अन्य टीमें गुजरात पुलिस से संपर्क करती है और आरोपी को पकड़ने के लिए मदद मांगती हैं। फाइनली मीरा भयंदर वसई विरार आयुक्तालय की क्राइम ब्रांच जोन दो की टीम को आरोपी को पकड़ने में सफलता मिल जाती है और पुलिस उसे पकड़ कर वसई लाती है और अचोले पुलिस को सुपुर्द कर देती है।
क्राइम ब्रांच यूनिट दो के पुलिस निरीक्षक शहूराज रनावरे ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर और चालक है, पकड़े जाने पर उसने अपनी उम्र २१ साल बताया है जबकि असल में वो २८ साल का है। उसके पास ना तो कोई सरकारी आईडी है और ना ही कोई शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र। आरोपी बगावत शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है। बावजूद इसके उसने कई अत्यंत गंभीर अपराधों को अंजाम दिया है जिसके लिए अदालत उसे कड़ी से कड़ी सजा देगी। इस पूरे मामले में क्राइम ब्रांच यूनिट दो के पुलिस निरीक्षक शाहुराज रणवरे ने जनता से आह्वान भी किया है और इस मामले में जानकारी भी दी है।
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