महाराष्ट्र : ईवीएम हैक के दावे पर चुनाव आयोग के निर्देश पर साइबर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
Mumbai: Cyber police filed FIR on Election Commission's instruction on EVM hacking claim
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति की बड़ी जीत के बाद से राज्य में ईवीएम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। महाविकास आघाड़ी के नेताओं की तरफ से भी ईवीएम टेंपरिंग की आशंकाएं व्यक्त की गई है। इस सब के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए वीडियो में दावा किया जा रहा है कि 53 करोड़ रुपये देने पर 63 सीटों की ईवीएम को हैक हो जाएंगी। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए जाने को लेकर जहां चुनाव आयोग ने बयान जारी किया करते हुए दावे को गलत बताया है तो वहीं आयोग के दखल पर मुंबई पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। यह एफआईआर मुंबई पुलिस के साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति की बड़ी जीत के बाद से राज्य में ईवीएम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। महाविकास आघाड़ी के नेताओं की तरफ से भी ईवीएम टेंपरिंग की आशंकाएं व्यक्त की गई है। इस सब के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए वीडियो में दावा किया जा रहा है कि 53 करोड़ रुपये देने पर 63 सीटों की ईवीएम को हैक हो जाएंगी। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए जाने को लेकर जहां चुनाव आयोग ने बयान जारी किया करते हुए दावे को गलत बताया है तो वहीं आयोग के दखल पर मुंबई पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। यह एफआईआर मुंबई पुलिस के साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।
आरोपों में नहीं है कोई दम
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. चोकलिंगम की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं द्वारा एक वीडियो साझा किया गया था जहां एक व्यक्ति महाराष्ट्र चुनावों में ईवीएम आवृत्ति को अलग करके ईवीएम को हैक करने और छेड़छाड़ करने के झूठे, निराधार और निराधार दावे कर रहा है। सीईओ ने कहा है कि इस मामले में मुंबई साइबर पुलिस ने इस वीडियो में दिख रहे व्यक्ति के खिलाफ 30 नवंबर की रात साइबर पुलिस स्टेशन, दक्षिण, मुंबई में एफआईआर संख्या 0146/2024 दर्ज की है।
सुरक्षित हैं ईवीएम
चुनाव आयोग ने बयान में कहा है कि ईवीएम छेड़छाड़-प्रूफ हैं। ईवीएम एक स्टैंडअलोन मशीन है जिसे छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है। किसी भी व्यक्ति द्वारा वाई-फाई या ब्लूटूथ सहित किसी भी नेटवर्क से कनेक्ट नहीं किया जा सकता है। इसलिए, ईवीएम में हेराफेरी का सवाल ही नहीं उठता। ईवीएम पूरी तरह से छेड़छाड़-प्रूफ हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कई मौकों पर ईवीएम में अपना विश्वास जताया है। चुनाव भारत के चुनाव आयोग ने ईवीएम पर किसी भी संदेह और मिथक को दूर करने के लिए अपनी वेबसाइट पर विस्तृत FAQ प्रकाशित कर दिए हैं।
चुनाव आयोग ने ताजा मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि झूठे दावों से जुड़ी एक ऐसी ही घटना के बाद 2019 में दिल्ली में इसी व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। यह किसी अन्य देश में छिपा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वीडियो में दिख रहा शख्स शुजा सैयद है। इसके अमेरिका में होने की आशंका है। यह मूल रूप से केरल का रहने वाले हैं। एक स्टिंग ऑपरेशन में बातचीत के दौरान आरोपी ने 53 करोड़ रुपये देने पर 63 क्षेत्रों की ईवीएम हैक करने का दावा किया था। स्टिंग ऑपरेशन की क्लिप सोशल मीडिया पर बुरी तरह से वायरल हो गई है। आयोग ने झूठा दावा नहीं करने की चेतावनी जारी की है।
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